नयी दिल्ली : देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. राजस्थान में इससे दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि गुजरात में हाई अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, असम में बाढ की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. यहां ब्रह्मपुत्र और बराक नदियां कई अन्य सहायक नदियों के साथ ज्यादातर जगहों पर खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. पश्चिम बंगाल का निचला हिस्सा बीरभूम, पुरुलिया, पश्चिम मेदिनीपुर और हुगली जिला जलमग्न है.
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में गंगा के क्षेत्रों में और अधिक बारिश की संभावना जतायी है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार दोपहर में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निगरानी बैठक की. राज्य की राजधानी कोलकाता में रविवार पूरी रात बारिश हुई, जिससे राजमार्गों पर पानी भरने की वजह से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गया. वहीं, पडोसी तटीय राज्य ओडिशा के उपर निम्न दाब क्षेत्र बनने से कल उच्च गति की सतही हवाओं के साथ अत्यंत भारी बारिश की आशंका जताई गयी है.
#Patna: आज भी बारिश की संभावना, 72 घंटे के लिए अलर्ट
प्रमुख नदियों में बढते जलस्तर से पैदा हो रही बाढ की स्थिति को देखते हुए ओडिशा सरकार ने उत्तरी क्योंझर और भद्रक जिले में ओडिशा आपदा त्वरित कार्यबल (ओडीआरएएफ) दल भेजा है. गुजरात के बनासकांठा जिले में 1,526, पाटन जिले में करीब 500 और गांधीनगर के कलोल से 200 लोगों को बाढ़ कि स्थिति के बाद सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने कहा कि पडोसी राज्य राजस्थान में हुई भारी बारिश की वजह से बनासकांठा और पाटन जिले के नदियों और बांधों में पानी आ रहा है.
बंगाल: राज्य में भारी बारिश से बाढ़ के हालात, नदियां उफान पर
राजस्थान के जलोर, पाली और सिरोही जिलों में हुई भारी बारिश की वजह से जलमग्न जैसी स्थिति पैदा हो गयी है, जिससे कई लोग यहां फंसे हुए हैं. उदयपुर में एक महिला और उसकी बेटी एक भरे हुए नहर के पुल को पार करने के दौरान बह गयी. भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर को राज्य के बचाव अभियान में लगाया गया है. इस क्षेत्र में रेल नेटवर्क और सडक यातायात प्रभावित हो गया है. उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश हुई है. वाराणसी में करीब 100 मिमी बारिश दर्ज की गई. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित हिमाचल प्रदेश में भी बारिश हुई है.