नयी दिल्लीः चीन ने भारत-भूटान सीमा विवाद में डाॅकलाम पठार पर अपना दावा पेश करके एक नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. उसने एक नक्शा जारी करके इस क्षेत्र पर अपना दावा जताया है. चीन की आेर से जारी नक्शे में उसने उसने गतिरोध वाली जमीन पर दावा किया है. अपने दावे के समर्थन में उसने कहा है कि भारत ने उसकी जमीन पर कब्जा किया हुआ है. इसके साथ ही, चीन ने भारत-चीन-भूटान त्रिकोणीय जंक्शन पर भी अपना दावा किया है.
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चीन की आेर से जारी नक्शे में दावा किया गया है कि भारतीय सेना ने डोकाला पास पर सीमा पार किया है. हम डॉकलाम पठार को भारत और भूटान भूटानी क्षेत्र के रूप में देखते हैं, लेकिन इस पर चीन द्वारा दावा किया जाता है. ये नक्शा शुक्रवार को जारी किया गया है. चीनी त्रिकोणीय जंक्शन को एक तीर द्वारा चिह्नित किया गया है, जो दावा करता है कि यह 1890 में ब्रिटिश-चीन संधि के अंतर्गत है. पिछले 4 दिनों से पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम से सटे चीन के बॉर्डर पर तनाव है. भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने है. चीन ने भारतीय सैनिकों पर सीमा में घुसने और सड़क निर्माण का काम रोकने का आरोप लगाया है.
पिछले कुछ दिनों से सिक्किम सेक्टर के डोंगलांग में चीन की ओर से सड़क बनाने का भारतीय सैनिकों ने विरोध किया. इसके बाद चीनी सैनिकों ने सिक्किम सेक्टर में भारत के दो बंकरों को तोड़ दिया. चीन इसे अपनी सीमा में बता रहा है. भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना की इस कार्रवाई की विरोध किया. चीन-भारत सीमा विवाद का इतिहास काफी लंबा है. दोनों देशों के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा है जो जम्मू-कश्मीर से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक है. इसमें 220 किलोमीटर का हिस्सा सिक्किम में पड़ता है. चूंकी इस इलाके में बॉर्डर लाइन पूरी तरह स्पष्ट नहीं है इसलिए कोई स्पष्ट आधार नहीं है सीमा का.