मथुरा:मथुरा के यदुवंशी समाज ने पंचायत करके 52 गांवों में कई सामाजिक प्रतिबंध लागू कर दिए हैं. इसमें नशाबंदी एवं युवतियों के जींस पहनने पर रोक लगाए जाने जैसे प्रतिबंध मुख्य हैं. पंचायत के अनुसार यदि किसी ने इस फैसले पर अमल न किया तो पंचायत उस पर ग्यारह हजार रुपए का आर्थिक दण्ड लगा सकती है. फरमान की उल्लंघन करने वालों की जानकारी हासिल करने के लिए पंचायत ने सूचना देने वाले को 2100 रुपए दिए जाने का प्रावधान किया है.
बरसाना क्षेत्र के रहेडा गांव में रविवार को हुई पंचायत में यदुवंशी क्षत्रियों के आसपास के 52 गांवों से जुटे लोगों ने तय किया है कि समाज की शादियों में अब डीजे का प्रयोग नहीं किया जाएगा. बाल विवाह नहीं होंगे. शराब पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. साथ ही यदुवंशी समाज की लडकियां आम शहरी छात्राओं तथा युवतियों के समान जींस नहीं पहन सकेंगी. पंचायत में शामिल लोगों के अनुसार ऐसा समाज में फैल रही तमाम कुरीतियों को दूर करने के लिए किया जा रहा है.
पंचायत ने विवाहों में दहेज के लेनदेन, मृत्यु भोज, जुएं तथा विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से भी दूर रहने को कहा है. पंचायत अध्यक्ष उदयसिंह, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह तथा गंगा मास्टर, रामस्वरुप, जयपाल सिंह व रघुवीर सिंह आदि पंचों का मानना है कि इस प्रकार के प्रतिबंध लागू करने से समाज में फैल रहीं तमाम कुरीतियों को समाप्त करने में मदद मिलेगी. पंचायत की अध्यक्षता कर रहे बरसाना के संत रमेश बाबा ने यदुवंशी समाज को उसका अतीत याद दिलाते हुए कहा कि वे भगवान कृष्ण के वंशज हैं. उनके काल में भारत के विशाल भू-भाग पर यदुवंशीयों का ही शासन था लेकिन शराब जैसी सामाजिक बुराईयों के चलते इनका राजपाट समाप्त हो गया.
इसलिए यदि वे अब भी संभल जाएं तो किसी हद तक पुराना वैभव प्राप्त किया जा सकता है. इस पंचायत में ब्रज में शामिल उत्तर प्रदेश के कई गांवों के हजारों लोगों के अलावा हरियाणा व राजस्थान के भी यदुवंशियों ने बडी संख्या में भाग लिया. पंचायत के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शगुन गौतम का कहना है कि फिलहाल उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. जानकारी मिलने पर तय किया जाएगा कि क्या किया जाना चाहिए.