कानपुर: भारतीय जनता पार्टी के कानपुर से प्रत्याशी और कल पहली बार चुनावी दौरे पर शहर आये मुरली मनोहर जोशी पर आचार संहिता उल्लंघन की तलवार लटक रही है. उन पर आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति के रोड शो किया जिससे सडक पर रास्ता जाम हुआ और उनके काफिले में दस से ज्यादा गाडिया थी. हालांकि अभी तक जोशी को जिला प्रशासन ने आचार संहिता उल्लंघन का न तो नोटिस दिया है और न ही कोई मामला दर्ज किया है लेकिन ऐसी आशंका है कि आज शाम तक उनके खिलाफ नोटिस जारी हो जायेगा.
गौरतलब है कि कल शाम जोशी भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद पहली बार शहर आये थे. भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के बाहर गंगा पुल पर उनका भव्य स्वागत किया और वहां से अनेक गाडियों के काफिले से रोड शो के रुप में लेकर उन्हें शिक्षक पार्क स्थित कार्यकर्ताओं की सभा में लेकर आये थे. एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने को बताया कि भाजपा नेताओं ने केवल कार्यकर्ताओं की सभा करने की अनुमति जिला प्रशासन से ली थी. इसके अतिरिक्त न तो रोड शो की और न ही दस गाडियों से अधिक के काफिले की इजाजत जिला प्रशासन से ली थी. जोशी के जुलूस के कारण कल शाम से लेकर रात तक शहर में जाम की स्थिति रही.
उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट की टीम ने जोशी के पूरे काफिले की वीडियो ग्राफी करवाई है तथा सभी पहलुओं की जांच की है. अभी तक संबधित मजिस्ट्रेट ने अपनी जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को नही सौंपी है. जैसे ही मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट प्रशासन के पास आ जाती है और उसमें यह लगता है कि जोशी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है वैसे ही भाजपा प्रत्याशी जोशी के खिलाफ आचार संहिता का मामला दर्ज कर उन्हें कारण बताओं नोटिस दिया जायेगा. उधर भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी का कहना है कि जोशी के जुलूस से कोई आचार संहिता का उल्लंघन नही हुआ है और अगर जिला प्रशासन कोई नोटिस देता है तो उसका जवाब दिया जायेगा.