समुद्र का स्वर्ग है मालदीव

रजनी सिंह, गृहिणी, पटनामालदीव हजार से भी ज्यादा छोटे-छोटे आइलैंड को मिलाकर बना है. एक आइलैंड से दूसरे आइलैंड पर जाने के लिए फेरी लेनी पड़ती है. शांत वातावरण और खूबसूरती के कारण मालदीव पर्यटकों के लिए स्वर्ग जैसा है. इसका एक बड़ा कारण अन्य देशों की तुलना में कम खर्च में लग्जरियस लाइफ जीने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 6, 2019 12:30 PM

रजनी सिंह, गृहिणी, पटना
मालदीव हजार से भी ज्यादा छोटे-छोटे आइलैंड को मिलाकर बना है. एक आइलैंड से दूसरे आइलैंड पर जाने के लिए फेरी लेनी पड़ती है. शांत वातावरण और खूबसूरती के कारण मालदीव पर्यटकों के लिए स्वर्ग जैसा है. इसका एक बड़ा कारण अन्य देशों की तुलना में कम खर्च में लग्जरियस लाइफ जीने का मौका मिलना है. वैसे तो मालदीव की राजधानी माले देश के विभिन्न शहरों से सीधे फ्लाइट से जुड़ा हुआ है. मेरी फ्लाइट दिल्ली से थी. हालांकि दिल्ली से माले की फ्लाइट बहुत लम्बी नहीं करीब पांच घंटे की ही है. सुबह की फ्लाइट लेने में दिक्कत जो भी हो पर अपने गन्तव्य पर पहुंच जाने से कई फायदे होते हैं क्योंकि नयी जगह देखने और समझने की प्लानिंग के लिए वक्त मिल जाता है.

कई द्वीप हैं अभी अछूते
किसी के अनुसार तीन हजार द्वीपों का समूह है तो कुछ चलन्तु टाइप्स के लोगों के अनुसार यह संख्या करीब दस हजार भी है. अभी तक सारे द्वीपों पर न तो मालदीव के लोगों का और न ही पर्यटकों का आवागमन शुरू हुआ है. राजधानी माले थोड़ा बड़े द्वीप पर स्थित है और वहीं पर एयरपोर्ट भी है. स्पीडबोट के माध्यम से एयरपोर्ट से सीधे बुक किये हुए रिसॉर्ट या होटल में ले जाया जाता है. सड़क मार्ग है लेकिन इसका प्रयोग छोटे स्तर पर केवल द्वीप के आंतरिक आवागमन के लिए होता है. यहां या तो गर्मी होती है, या बारिश होती है. ठंड का अनुभव यहां नहीं होता है. वस्तुतः मालदीव का समुद्र शांत है, उथला है. पानी की स्पष्टता बहुत अधिक है सो इस देश का पर्यटन कुछ अधिक ही परवान चढ़ा है. छोटे-छोटे द्वीपों पर ही हर रिसॉर्ट की अपनी अलग दुनिया बसी हुई हैं. कुछेक कमरे रेत के टीलों पर बने हुए तो अधिकांश समुद्र के उथले पानी में लगून विला के नाम से पंक्तिबद्ध हैं. यह मन के ऊपर है कि चाहे तो कमरे से निकल कर सीधे समुद्र के खारे पानी में उतर जाये या फिर स्कूबा या स्नोर्कलिंग करने की इच्छा को पूरा कर लें.

पर्यटन है मुख्य आधार
मालदीव की पूरी अर्थव्यवस्था केवल पर्यटन पर ही टिकी हुई है. यहां अलग-अलग द्वीपों को सरकार ने विभिन्न होटल्स और रिसॉर्ट्स को लीज किया हुआ है. यह इस्लामिक देश है पर अन्य इस्लामिक देशों की तरह कड़े और कठोर कानून की बाध्यता नहीं है. इस्लामिक देश होने के बावजूद मालदीव पश्चिमी सभ्यता से अधिक प्रभावित है. यहां प्रेम विवाह भी प्रचलन में है. यहां सी-प्लेन बहुतायत में हैं और बहुत ही अधिक प्रचलन में भी हैं. हवाई जहाज को पानी पर उतरते देखना व फिर पानी से ही हवा में उड़ते देखना. रनवे के रूप में पानी का उपयोग देखना रोमांचित करता है. मालदीव के लोग पश्चिमी वेशभूषा से अधिक प्रभावित प्रतीत होते है. स्थानीय लोग भोजन में भी पश्चिमी खानपान के बेहद शौकीन भी है और बहुतायत से प्रचलन में भी है. नारियल पानी के दर्जनों विभिन्न रूप और स्वाद यहां की खास विशेषता मानी जा सकती है. रोजगार के प्रमुख रूप में पर्यटन तो है साथ ही कुछेक युवा फिशिंग एक्सपोर्ट से अपनी आजीविका अच्छी तरह चला लेते हैं.

कम खर्च में घूमें मालदीव
अपने देश मे कई पर्यटन के जगहों से भी कम खर्च में मालदीव को घूमा जा सकता है, बशर्ते इसकी पूरी प्लानिंग पहले से कर ली जाये. रिसॉर्ट्स में मोलभाव करने की बहुत अधिक मौके होते है. अगर आप मोलभाव कर सकते हैं तो निश्चित रूप से कम खर्च में बहुत अधिक सुविधाओं का लाभ भी उठा सकते हैं. अगर मन की शांति चाहिए तो ओएसिस समुद्र तट पर वक्त को गुजारा जा सकता है. मालदीव के रिसोर्ट दुनिया भर में फेमस हैं. यह अंडरवाटर फोटोग्राफी के लिए भी फेमस है. सबसे खास बात यह है कि मालदीव के हर रिसाेर्ट में स्कूबा डाइविंग का इंतजाम है.

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