World Thalassaemia Day 2022: विश्व में थैलेसीमिया रोग, इसके निवारक उपायों और दुनिया भर में लोगों में संचरण से बचने के उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है.
आइये विश्व थैलेसीमिया दिवस, वर्तमान थीम, थैलेसीमिया रोग, लक्षण और रोकथाम इत्यादि के बारे में अध्ययन करते हैं.थैलेसीमिया एक रक्त विकार है, जिसके प्रति लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है.
स्थिति के सामान्य लक्षणों में थकान, कमजोरी, हड्डी की विकृति (विशेष रूप से चेहरे में), पीला रूप या पीली त्वचा की टोन, धीमी वृद्धि दर, कम इम्यूनिटी लेवल, आयरन अधिभार और हृदय रोग शामिल हैं.
थैलेसीमिया के रोगियों को संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण करना चाहिए.
ऐसे भोजन का उपभोग करने की सिफारिश की जाती है जिसमें हाई आयरन कंटेंट नहीं होते हैं.
एक हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम से चिपके रहने से बीमारी को मैनेज करने में मदद मिलेगी.
बोन मैरो ट्रांसप्लांट को ही थैलेसीमिया का एकमात्र उपचार माना जाता है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सिर्फ 20 से 30 फीसद मरीजों को ही उनके परिवार से एचएलए आइडेंटिकल डोनर मिल पाता है. 70 फीसद मरीजों को डोनर न मिलने के कारण ट्रांसप्लांट संभव नहीं होता है. ऐसे में उसे समय-समय पर ब्लड चढ़ाने की जरूरत होती है, जिसके कई साइड इफेक्ट्स भी सामने आते हैं.
विश्व थैलेसीमिया दिवस पहली बार साल 1994 में मनाया गया था. जॉर्ज एंगलजोस, जो कि थैलेसीमिया अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन के अध्यक्ष और संस्थापक थे, उन्होंने इस दिन की शुरुआत बीमारी से पीड़ित सभी रोगियों और उनके माता-पिता के सम्मान में की थी.