Holi 2023: होली का त्योहार भारत में अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है. रंगों का त्योहार, होली, हिंदू माह फाल्गुन की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मार्च महीने में पड़ता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, जहां एक ओर यह त्योहार राधा और कृष्ण के शाश्वत प्रेम का जश्न मनाता है, साथ ही यह भगवान विष्णु की अपने नरसिंह अवतार के साथ राक्षस राजा हिरण्यकशिपु पर जीत का जश्न भी मनाता है.
होलिका दहन की परंपरा
वैज्ञानिक प्रमाणों के अनुसार जिस समय होली मनाई जाती है उस समय वातावरण में बैक्टीरिया चरम पर होता है. होलिका दहन की परंपरा वातावरण में तापमान को बढ़ा देती है जिससे कारण बैक्टीरिया और संक्रमण का प्रभाव कम हो जाता है.
मौसमी संक्रमण
विशेषज्ञों के अनुसार भारत में इस समय मौसम में बदलाव होता है. बदलते मौसम में ठंड की अंत और गर्मी की शरूआत होती है, ऐसे में लोग थक जाते हैं, आलस्य और सुस्ती महसूस करते हैं. इस दौरान होली का उत्सव इस आलस्य का हटाता है और लोगों को अपने घरों से बाहर आने और रंगों के त्योहार खेलने को विवश करता है. साथ ही रंग बिखेरना, ढोल मंजीरा बजाना और दोस्तों और परिवारों के साथ पार्टियां करना न केवल मन और शरीर को फिर से जीवंत करता है, यह बोरियत की जंजीरों को तोड़ता है और व्यक्ति को आने वाले नए मौसम के लिए तैयार करता है.
होली के रंग
होली में रंगों की प्रमुख भूमिका होती है. प्राचीन काल में जब होली खेली जाती थी तो जैविक रंगों का प्रयोग किया जाता था. जैसे पीले रंग के लिए हमारे पूर्वज हल्दी चूर्ण का प्रयोग करते थे और अन्य रंगों के लिए हरे पत्ते, सूखे फूल आदि का प्रयोग करते थे. इन रंगों के प्रयोग से शरीर की शुद्धि होती थी. उन रंगों को शरीर पर लगाने से त्वचा के अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है और त्वचा पर जमा सभी प्रकार के विकार दूर हो जाते हैं. उन दिनों होली के रंग के लिए कुछ सामान्य पौधे आधारित स्रोत थे पलाश, गुड़हल, चंदन, अनार, केसर, मेंहदी, बिल्व के पत्ते, गेंदा, अमलतास, जकरंद और नील.
साथ ही बुराई पर अच्छाई की जीत की कहानियां हमारे भीतर कठिनाइयों पर विजय पाने की आशा जगाती हैं. हिरण्यकशिपु और प्रह्लाद की कहानी हमें एक सीख देती है कि पूर्ण भक्ति का प्रतिफल मिलता है. त्योहार अपने पौराणिक महत्व के साथ हमें जीवन का पाठ पढ़ाते हैं, हमें प्रतिकूलताओं का सामना करने की ताकत देते हैं, एक नए मौसम, नई चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं और हमारे भीतर एक नई ऊर्जा का संचार कराते हैं.