Holi 2023 Colors Purity Check: होली रंगों का त्योहार है, इस दिन लोग एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की बधाई देते हैं. होली खेलना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन कई बार हम अपने स्किन को लेकर चिंतित रहते हैं कि क्योंकि इन दिनों मार्केट में मिलने वाली लगभग सभी रंग और गुलाल कैमिकल वाली अवेलेवल है. हमें हर्बल कलर बोल कर मिलावट वाली गुलाल दे दी जाती है. ऐसे में आपको घबराने की जरूरत नहीं है आप इन 5 तरीकों से असली-नकली रंगों की पहचान कर सकेंगे.
असली-नकली रंगों की पहचान कैसे करें
गंध से पहचान करें
कई बार हम इको-फ्रेंडली, नेचुरल या ऑर्गेनिक लेबल देखकर उन रंगों को खरीद लेते हैं, लेकिन ध्यान रखें केवल लेवल होने से रंग हर्बल नहीं होते. ऐसे में हमारी स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है. रंगों को खरीदते समय ध्यान रखें कि किसी तरह के कैमिकल या पेट्रोल की गंध तो नहीं आ रही रंगों की पैकेट से.
पानी में घोलकर करें चेक
असली या नकली रंग की पहचान पानी के जरिए भी किया जा सकता है. इसके लिए थोड़ा सा रंग लेकर पानी में घोल कर चेक करें. अगर रंग पानी में नहीं घुलता तो समझ जाएं कि वो रंग हर्बल नहीं है.
रंग में चमकदार कण
रंग खरीदते वक्त ध्यान रखे कि पैकेट में चमकदार कण न हो. अगर ऐसा है तो हो सकता है कि उसमें शीशे की मिलावट हो सकती है. बताएं आपको कि नेचुरल रंगों में किसी तरह की कोई चमक नहीं होती है.
घर पर ही बनाएं रंग
हानिकारक रंगों को आप घर पर आसानी से नेचुरल रंग बना सकते हैं. जैसे- पीला रंग बनाने के लिए आप बेसन और हल्दी का इस्तेमाल करें हैं. ऐसे ही तमाम घरेलू और नेचुरल चीजों का इस्तेमाल कर आप हर्बल रंग बनाएं. जो आपकी स्किन के लिए भी ठीक रहेगा.
मिलावटी रंगों से हो सकती हैं कई परेशानियां
मिलावटी रंगों के इस्तेमाल से स्किन एलर्जी, सिरदर्द और सांस लेने जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. मिलावटी रंगों में होने वाले खतरनाक रसायन की वजह से कैंसर और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियां होने का भी डर होता है.
(Disclaimer : इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. prabhatkhabar.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. हमारी सलाह है कि इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क कर लें.)