Happy Saraswati Puja 2021 Ki Subhkamnaye, Wishes, Images, Quotes, Messages, SMS, Greetings, HD Photos, Wallpaper, Videos: विद्यार्थियों का सबसे बड़ा त्योहार सरस्वती पूजा, 16 फरवरी 2021 को दो विशेष संयोग के साथ मनाई जा रही है. जैसा कि ज्ञात हो हर साल माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी (Basant Panchami 2021) मनाने की परंपरा है. इस बार हिंदू पंचांग के अनुसार दो विशेष संयोग भी पड़ रहे है जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है. मंगलवार को सुबह 06:59 से दोपहर 12:35 तक सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) का शुभ मुहूर्त पड़ रहा है. इस दिन स्कूल, कॉलेज, दफ्तर आदि संस्थानों में प्रतिमाएं बैठाई जाती है. ऐसे में आइए जानते ज्ञान की देवी मां सरस्वती के आगमन पर अपनों को यहां से भेजें ढेर सारी शुभकामनाएं...
किताबों का हमेशा साथ हो
पढाई दिन रात हो
जिंदगी के हर इम्तिहान में पास हो
सरस्वती पूजा और बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
माँ सरस्वती का बसंत है त्योंहार,
आपके जीवन में आये सदा बहार,
सरस्वती द्वार आपके विराजे हरपल,
हर काम आपका हो जाये सफल।
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
बहारो में बहार बसंत,
मीठा मौसम मीठी उमंग,
रंग बिरंगी उड़ती आकाश में पतंग,
तुम साथ हो तो है इस ज़िंदगी का और ही रंग।
हैप्पी बसंत पंचमी!
उड़े पतंग आसमान में सबकी निराली,
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब वसंत मनाएं,
द्वार पर अपने रंगीली रंगोली सजाएं।
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं!
किताबों का साथ हो,
पेन पर हाथ हो,
कोपिया आपके पास हो,
पढाई दिन रात हो,
जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो।
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
हे वीणा पुस्तक धारिणी देवी!
आप ललित कलाओं से युक्त तथा प्रकाश स्वरूपा हैं
हे कुन्ठा रूपी विष को दूर करने वाली देवी!
आपके चरण कमलों में मेरी आस्था रहे
हे सरस्वती देवी!
आपकी जय हो
हम सब आपके चरणों में प्रणाम करते हैं
लेके मौसम की बहार,
आया बसंत ऋतू का त्योहार,
आओ हम सब मिलके मनाये,
दिल में भर के उमंग और प्यार।
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
जनक जननि पद कमल रज,निज मस्तक पर धारि।
बन्दौं मातु सरस्वती,बुद्धि बल दे दातारि॥
पूर्ण जगत में व्याप्त तव,महिमा अमित अनंतु।
रामसागर के पाप को,मातु तुही अब हन्तु॥
माता सूरज कान्ति तव,अंधकार मम रूप।
डूबन ते रक्षा करहु,परूं न मैं भव-कूप॥
बल बुद्धि विद्या देहुं मोहि,सुनहु सरस्वति मातु।
अधम रामसागरहिं तुम,आश्रय देउ पुनातु॥
सरसों के पीले-पीले फूल खिले,
बरसे रंग पीला आसमान से,
सबके जीवन में महके सुगंध,
आपको बसंत पंचम की बधाई।
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्यौहार
जीवन में खुशी लाएगा अपार
सरस्वती विराजे आपके द्वार
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥१॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्॥२॥
फूलों की वर्षा,
शरद की फुहार,
सूरज की किरणे,
खुशियों की बहार,
चन्दन की खुशबु,
अपनों का प्यार,
मुबारक हो आप सबको,
बसंत पंचमी का त्योहार
सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं..
वद वद वाग्वादिनी स्वाहा॥
ॐ ऐं महासरस्वत्यै नमः॥
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः॥
ॐ अर्हं मुख कमल वासिनी पापात्म क्षयम्कारी
वद वद वाग्वादिनी सरस्वती ऐं ह्रीं नमः स्वाहा॥
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
ॐ ऐं वाग्देव्यै विद्महे कामराजाय धीमहि।
तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
बलबुद्धि विद्या देहु मोहि!
सुनहु सरस्वती मातु!
राम सागर अधम को,
आश्रय तू ही देदातु!
आप सब को सरस्वती पूजा की बधाई!
लेके मौसम की बहार,
आया बसंत ऋतू का त्योहार,
आओ हम सब मिलके मनाये,
दिल में भर के उमंग और प्यार,
किताबों का साथ हो पेन पर हाथ हो,
कॉपियां आपके पास हो पढ़ाई दिन रात हो,
जिंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो,
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं!
उड़े पतंग आस्मां में सबकी निराली
पीली, लाल, हरी, नीली और काली,
आओ मिलकर हम सब बसंत मनाएं,
द्वार पे अपने रंगीली रंगोली सजाएँ
सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं
तू स्वर की दाता हैं,
तू ही वर्णों की ज्ञाता.
तुझमे ही नवाते शीष,
हे शारदा मैया दे अपना आशीष..
मां सरस्वती का वरदान हो आपको,
हर दिन नई मिले ख़ुशी आपको,
दुआ हमारी है खुदा से ऐ दोस्त,
जिन्दगी में सफलता हमेशा मिले आपको
सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्यौहार,
जीवन में खुशी लाएगा अपार,
सरस्वती विराजे आपके द्वार,
शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार
ज़माने भर की याद में मुझे ना भुला देना,
जब कभी याद आये तो ज़रा मुस्कुरा लेना,
ज़िंदा रहे तो फिर मिलेंगे,
वर्ना बसंत पंचमी में एक पतंग मेरे नाम का भी उड़ा लेना
सहस शील हृदय में भर दे,
जीवन त्याग से भर दे,
संयम सत्य स्नेह का वर दे,
माँ सरस्वती आपके जीवन में उल्लास भर दे
Posted By: Sumit Kumar Verma