नयी दिल्ली : कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर देश में दूसरे चरण का वैक्सीनेशन अभियान सोमवार से शुरू हो गया. इस चरण में 60 साल से ऊपर और गंभीर रूप से बीमार 45 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. वहीं, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कोरोना की वैक्सीन नहीं लेना चाहते हैं.
कोरोना वैक्सीन दिये जाने के दूसरे चरण का अभियान शुरू होने पर पत्रकारों ने जब राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष से कोरोना वैक्सीन लेने के संबंध में सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि ''मेरी उम्र 70 साल से ऊपर है. आपको इसे (कोविड-19 वैक्सीन) उन युवाओं को देनी चाहिए, जिनके पास जीवन में एक लंबी उम्र है. मेरे पास जीने के लिए 10-15 साल और हैं.''
मालूम हो कि कोरोना वैक्सीन के दूसरे चरण की शुरुआत होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सोमवार को भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन की पहली खुराक ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुडुचेरी की सिस्टर पी निवेदा ने वैक्सीन दी.
कोरोना वैक्सीन लेने के बाद नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, "एम्स में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली. कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देने में जिस तेजी से हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने काम किया है, वो उल्लेखनीय है. जो लोग वैक्सीन लेने योग्य हैं, मैं उन सभी लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं. साथ मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाते हैं!''
मालूम हो कि एक मार्च, सोमवार से कोरोना की रोकथाम को लेकर वैक्सीन देने का दूसरा चरण शुरू हो गया है. इस चरण में 60 साल से ऊपर और गंभीर रूप से बीमार 45 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मुफ्त दी जा रही है, जबकि निजी अस्पतालों में वैक्सीन लेने के लिए 250 रुपये तक खर्च करना पड़ सकता है.