नयी दिल्ली : अमेरिकी दवा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन अब भारत मे अपनी कोरोना वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल नहीं करेगी. कंपनी ने कहा है कि वह भारत सरकार के साथ अपनी कोरोना वैक्सीन देने की क्षमता को बढ़ाने पर काम कर रही है.
जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया ने न्यूज एजेन्सी एएनआई से कहा है कि ''ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की हालिया घोषणा के अनुसार, अब भारत में कोविड वैक्सीन के नैदानिक अध्ययनों को पूरा करने की कोई जरूरत नहीं है. हम भारत सरकार के साथ चर्चा कर रहे हैं. साथ ही यह पता लगा रहे हैं कि भारत में अपनी एकल-खुराक वैक्सीन देने की हमारी क्षमता को कैसे बढ़ाया जाये.
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने हाल ही में घोषणा की थी कि अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप और जापान में नियामकों द्वारा प्रतिबंधित उपयोग के लिए अनुमति प्राप्त या विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन उपयोग की सूची में शामिल कोरोना वैक्सीन को भारत में परीक्षण की प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा.
इसके बाद भारत में वैक्सीन आयात करने के लिए नियमों में ढील दिये जाने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत के ड्रग रेगुलेटर से संपर्क साधा. सरकारी अधिकारी के मुताबिक, कंपनी ने ब्रिजिंग ट्रायल की मंजूरी की मांग की थी. किसी प्रकार की छूट की मांग नहीं की थी. अप्रैल में लागू व्यवस्था के मुताबिक कंपनी को परीक्षण प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा.
मालूम हो कि जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल शॉट कोरोना वैक्सीन से रक्त के थक्के जमने की शिकायत आयी थी. इसके बाद कंपनी की कोरोना वैक्सीन के यूरोप में लाने में विलंब हो रहा है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने भी वैक्सीन को खरीदने से इनकार कर दिया है. कंपनी अपनी कोरोना वैक्सीन से रक्त के थक्के जमने के मामलों की जांच की जा रही ही.