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जागरुकता : कहां-कहां और कितनी देर टिक सकता है कोरोना वायरस, बता रहे हैं एक्सपर्ट्स

हेल्थ एक्सपर्ट्स हिदायत दे रहे हैं कि जब भी कहीं बाहर से आएं, तो सबसे पहले हाथ को साबुन से कम से कम 20 सेकेंड्स तक अच्छे से साफ करें. ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या बाहर से आने के बाद हाथों की तरह कपड़े साफ करने की जरूरत भी है.

कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन है और हम सभी अपने घरों में बंद हो गये हैं. लेकिन किराने का सामान, दवाएं और जरूरत की अन्य चीजें लेने के लिए हमें थोड़ी देर के लिए घर से बाहर निकलना ही पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स हिदायत दे रहे हैं कि जब भी कहीं बाहर से आएं, तो सबसे पहले हाथ को साबुन से कम से कम 20 सेकेंड्स तक अच्छे से साफ करें. ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या बाहर से आने के बाद हाथों की तरह कपड़े साफ करने की जरूरत भी है. जूते साफ करने चाहिए, बालों को तुरंत शैंपू कर नहाना चाहिए. बीच-बीच में अखबारों को लेकर कई तरह की अफवाहें उड़ती रहीं हैं. आइये जानते हैं

इन सभी में कितनी सच्चाई है…

क्या बाहर से आने के बाद मुझे कपड़े बदलने चाहिए और नहाना चाहिए?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कपड़े बदलना या नहाना जरूरी नहीं है. हालांकि, कहीं से लौटने के बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोना जरूरी है. ये सच है कि संक्रमित शख्स की छींक या खांसी, हवा के माध्यम से वायरल बूंदों और छोटे कणों को फैला सकती है, लेकिन उनमें से ज्यादातर जमीन पर गिर जाते हैं. स्टडी से पता चलता है कि कुछ छोटे वायरल कण हवा में लगभग आधे घंटे तक तैर सकते हैं, लेकिन उनके आपके कपड़ों पर आने की संभावना कम है. छोटी बूंदें और वायरल कण किसी शख्स के पास हवा के फ्लो को फॉलो करते हैं. इंसान इतनी जल्दी से मूव नहीं करते. जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, हम हवा को रास्ते से बाहर धकेलते हैं, और अधिकांश बूंदें और कण भी बाहर हो जाती हैं.

क्या हवा में तैरते हुए वायरल कण और छोटी बूंदें कपड़ों पर टिक सकते हैं?

कोरोना वायरस जैसे फ्लू वायरस, साबुन के सामने कमजोर पड़ जाते हैं. तो अगर आप डिटरजेंट या साबुन से कपड़ों को धो रहे हैं, तो ये वायरस को खत्म करने के लिए काफी है. अगर आप किसी बीमार शख्स का खयाल रख रहे हैं, तो दस्ताने पहन कर सफाई करें. उनके कपड़ों या बिस्तर को झाड़े नहीं और गर्म पानी से साफ करने के बाद उन्हें अच्छे से सुखाएं. इस तरह के वायरस, प्लास्टिक और स्टील के मुकाबले, कपड़ों पर जल्दी सूख कर खत्म हो जाते हैं. इसलिए, अगर कपड़ों को कुछ देर ऐसे ही छोड़ दिया जाए, तो भी इससे वायरस के खत्म होने की संभावना बढ़ जाती है. द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपी एक स्टडी के मुताबिक, ये वायरस मेटल और प्लास्टिक पर 3 दिन और कार्डबोर्ड पर 24 घंटों तक रह सकता है. हालांकि, स्टडी में फैब्रिक (कपड़ों) का जिक्र नहीं है.

क्या बालों और दाढ़ी पर भी कोरोना का वायरस रह सकता है?

क्योंकि वायरस के बहुत कम कण हवा में होते हैं, इसलिए इसके दाढ़ी या बालों में आने की संभावना कम हो जाती है. अगर कोई आपके पीछे छींकता है, तो भी आपके बालों पर गिरने वाली बूंदें संक्रमण का सोर्स नहीं होंगी. हालांकि, लंबी दाढ़ी रखने वालों को सवाधानी बरतने की जरूरत है. दाढ़ी वाले लोगों के चेहरे पर मास्क लगाने से लीकेज का खतरा 20 गुणा तक बढ़ जाता है. इसलिए वर्तमान के हालातों को देखते हुए विशेषज्ञ दाढ़ी को क्लीन रखने की सलाह दे रहे हैं. अमेरिका के नेशनल पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि दाढ़ी रखने से मास्क पहनने में परेशानी होती है और वो पूरी तरह स्किन को छू नहीं पाता है. पूरी तरह से स्किन फीट मास्क न होने के कारण शरीर में बैक्टीरिया प्रवेश कर सकते हैं और कोरोना वायरस का खतरा बढ़ सकता है.

क्या अखबार या पैकेज को लेकर बरतनी चाहिए सावधानी?

मेल या पैकेज से बीमार होने का रिस्क काफी कम है. पैकेज खोलने या अखबार पढ़ने से किसी के बीमार होने को लेकर कोई केस सामने नहीं आया है. हालांकि, आपको सावधानी बरतनी चाहिए. मेल या पैकेज खोलने या अखबार पढ़ने के बाद, पैकेजिंग को फेंक दें और अपने हाथों को अच्छे से धो लें. अगर आप अभी भी इसे लेकर परेशान हैं, तो न्यू इंग्लैंड जर्नल स्टडी के मुताबिक, मेल या पैकेज को खोलने से पहले उन्हें 24 घंटे ऐसे ही रहने दें. यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, जीवित कोशिकाओं के बाहर ज्‍यादातर सतहों पर कोरोना वायरस बहुत समय तक जिंदा नहीं रहता है. वायरोलॉजिस्‍ट का कहना है कि जब आप अखबार छूते हैं तो संक्रमण फैलने की आशंका तकरीबन न के बराबर होती है.

क्या बाहर से आने के बाद जूतों को भी धो देना चाहिए?

इस बात में कोई दोराय नहीं कि कोरोना वायरस से बचने के लिए हमें खुद की साफ-सफाई रखना बेहद जरूरी है. जूते वायरस का वाहक हो सकती हैं. ऐसे में हो सकता है कि आप जूतों या चप्पलों को रोज न धोएं, लेकिन कम-से-कम इन जूतों-चप्पलों को चार से पांच घंटे धूप में जरूर रखें. जब भी बाहर निकलें जूतों के साथ मोजे पहनना न भूलें, लेकिन हां सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात इन मोजों को नियमित धोएं. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर किसी कारण इन पर कोरोना वायरस होगा भी तो वह आपकी बॉडी में प्रवेश नहीं कर पायेगा. जूतों की साफ-सफाई के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल जरूर करें.

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