सुदीप्तो सेन की ओर से निर्देशित फिल्म द केरल स्टोरी हर दिन के साथ विवादों में फंसती जा रही है. हर तरफ इसका जबरदस्त विरोध किया जा रहा है. हालांकि दर्शकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है और वो फिल्म देखने सिनेमाघरों में जा रहे हैं. अब फिल्म ने अपनी रिलीज के पांचवे दिन 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया. मंगलवार को इसने 11.14 करोड़ रुपये की कमाई की. जिसके बाद फिल्म का टोटल कलेक्शन अब 56.86 करोड़ रुपये हो गया है.
द केरल स्टोरी का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने आज ट्विटर पर लिखा, "#TheKeralaStory का ब्लॉकबस्टर रन जारी है... हाफ सेंचुरी [₹ 50 करोड़] हिट हुई है... दिन 5 [मंगल] दिन 4 [सोम] और दिन 1 [शुक्र] की तुलना में अधिक है. , सुपर ट्रेंडिंग... शुक्र 8.03 करोड़, शनि 11.22 करोड़, रविवार 16.40 करोड़, सोम 10.07 करोड़, मंगल 11.14 करोड़... कुल: ₹ 56.86 करोड़. सुदीप्तो सेन की द केरल स्टोरी में दिखाया गया है कि कैसे केरल की महिलाओं को आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा जबरदस्ती धर्मांतरित और भर्ती किया गया था. 5 मई को रिलीज हुई इस फिल्म ने राजनीतिक विमर्श का ध्रुवीकरण किया है. फिल्म में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बलानी और सिद्धि इडनानी हैं.
विवादों में घिर गई है फिल्म
ट्रेलर के आउट होने के बाद फिल्म विवादों में घिर गई. रिलीज के बाद तमिलनाडु में थिएटर और मल्टीप्लेक्स ओनर्स एसोसिएशन ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए "एहतियाती उपाय" के रूप में राज्य में स्क्रीनिंग को रोक दिया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने "घृणा और हिंसा की किसी भी घटना" से बचने के लिए फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया. बॉलीवुड की कई हस्तियों ने फिल्म का समर्थन किया है. फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने द केरल स्टोरी पर प्रतिबंध लगाने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले के एक स्पष्ट संदर्भ में ट्विटर पर लिखा, "आप फिल्म से सहमत हैं या नहीं, यह प्रचार, प्रति-प्रचार, आक्रामक या नहीं, इसे प्रतिबंधित करना गलत है.''
शबाना आजमी ने कही ये बात
शबाना आजमी ने कहा कि केवल सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के पास यह तय करने का अधिकार है कि कोई फिल्म रिलीज होनी चाहिए या नहीं. “जो लोग #TheKeralaStory पर प्रतिबंध लगाने की बात करते हैं, वे उतने ही गलत हैं, जितने कि आमिर खान की #LaalSingh Chaddha पर प्रतिबंध लगाना चाहते थे. केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा एक बार फिल्म पारित कर दिए जाने के बाद किसी को भी अतिरिक्त संवैधानिक प्राधिकरण बनने का अधिकार नहीं है.''