कोलकाता : देश का प्रतिष्ठित सिनेमा पुरस्कार – फिल्मफेयर, पहली बार पूर्वी भारत की फिल्मों को सम्मानित करने वाला है. समारोह का आयोजन ‘विवेल फिल्मफेयर अवार्ड ईस्ट’ (विवेल फिल्मफेयर पुरस्कार पूर्व) के नाम से किया जाएगा. पुरस्कार की ट्रॉफी पाने की दौड़ में बंगाली, उड़िया और असमी भाषा की फिल्में भी शामिल होंगी. यह पुरस्कार पहले बॉलीवुड की फिल्मों तक ही सीमित था. बंगाली फिल्म नगरी का चेहरा माने जाने वाले प्रसेनजित चटर्जी ने बताया, ‘‘यह समारोह मुंबई में आयोजित होने वाले फिल्मफेयर समारोह से कम नहीं होगा. दर्शक इसका लुफ्त उठायेंगे. ’’
फिल्म ‘दोसार’ के अभिनेता ने कहा, ‘‘टॉलीगुंज में हर साल हम 100 फिल्मों का निर्माण करते हैं. हमें खुशी है कि पिछले कुछ वर्षों में बंगाली फिल्म नगरी का उत्थान हुआ है और इसने यहां के अलावा विदेशों में भी प्रतिष्ठा हासिल की है.’’ वल्र्डवाइड मीडिया से जुड़े तरुण राय ने कहा, ‘‘मुंबई फिल्म नगरी के उभरने का एक कारण यह है कि वहां 100 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण होता है और अब हम भी यह कहने में सक्षम हैं कि हमारे यहां भी लगभग इतनी ही संख्या में फिल्मों का निर्माण होता है. हम कह सकते हैं कि गुणवत्ता के आधार पर दोनों ही फिल्मफेयर पुरस्कार समान हैं.’’ उन्होंने कहा कि संभवत: हमें पहले ही पूरब की ओर रुख कर लेना चाहिए था.