अनुप्रिया अनंत
प्रियंका चोपड़ा फिर से गुंडे में कैबरे डांस करती नजर आयेंगी. वे इस बात से बेहद खुश हैं कि लगभग उन्हें हर फिल्म में अपने डांसिंग की प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है. उन्होंने हाल ही में फिल्म राम लीला में भी आयटम नंबर किया था. फिल्म जंजीर में भी उन्होंने आयटम नंबर किया. वे लगतार आयटम नंबर कर रही हैं और निश्चित तौर पर उनके जेहन में यह बात है कि इससे उनके करियर को नयी पहचान मिल रही है. लेकिन हकीकत यह है कि उनकी बहन परिणीति चोपड़ा इंडस्ट्री में सोच समझ कर जगह बना रही हैं और केवल वे फिल्में ही कर रही हैं जो उन्हें करनी चाहिए, जिनमें वे केंद्र भूमिका में हैं.
जबकि इससे उलट प्रियंका ऐसी फिल्में कर रही हैं, जिनमें उनके अभिनय प्रतिभा को इन दिनों सही तरीके से निखरने का मौका नहीं मिल रहा है और वे खुद फिल्में चयन करने में चूक भी रही हैं. वे जिस तरह लगातार आयटम नंबर कर रही हैं, वे फिल्मों में अभिनय करती कम और आयटम गर्ल के रूप में अधिक नजर आ रही हैं. जबकि प्रियंका प्रतिभाशाली अभिनेत्री हैं और जिस तरह उनकी समकक्ष और उनके बाद आयी अभिनेत्रियां अपनी हर फिल्म से खुद को साबित कर रही हैं, न सिर्फ प्रियंका बल्कि कटरीना और अन्य अभिनेत्रियां जो लगतार फिल्मों में सिर्फ खानापूर्ति कर रही हैं उन्हें सजग रहने की जरूरत है.
प्रियंका को बर्फी की झिलमिल के तरह किरदारों की तलाश करनी चाहिए, वरना वह पिछड़ती रहेंगी. दरअसल, यह बॉलीवुड का चलन रहा है कि जब किसी भी सितारे को यह भनक मिलती है कि वह पिछड़ रहा है, ऐसे में वह सही निर्णय लेने के बजाय भटक जाता है. निस्संदेह प्रियंका ने विश्व स्तर पर खास पहचान बना ली है और उन्होंने अपने अंदर छिपे गायक को मरने नहीं दिया. फेसबुक पर वह सबसे अधिक सक्रिय हैं.
वे अपनी दिनचर्या से अपने फैन को हमेशा वाकिफ करती रहती हैं. इसलिए यह बेहद जरूरी है की वे सजग होकर गंभीरता से इस बारे में सोचें कि उन्हें फिल्मों के चयन में क्या-क्या सावधानियां बरतनी हैं. वे फिल्म गुंडे में भी नायिका की खानापूर्ति करती ही नजर आ रही हैं. उन्हें जरूरत है कि वे पुरुष प्रधान फिल्मों में भी ऐसी फिल्मों का चुनाव करें, जिसमें वे फिर से खुद को साबित करती नजर आयें.