मुंबई: फिल्म अभिनेता अभय देओल ने कहा है कि वह आदिकाल से भारतीय समाज में चली आ रही पवित्र विवाह व्यवस्था के खिलाफ नहीं हैं.अभय ने बताया, ‘‘मैं विवाह विरोधी नहीं हूं. मैं शादी को एक सांस्कृतिक घटना मानता हूं, न कि एक प्राकृतिक घटना. मैं नहीं मानता कि जितना प्रतिबद्ध मैं पहले से हूं उससे अधिक प्रतिबद्ध कागज के एक टुकड़े पर हस्ताक्षर करके हो जाउंगा.
चाहे मैं शादीशुदा हूं या नहीं, यदि मैं आपके साथ हूं तो मैं प्रतिबद्ध हूं और वह बदलेगा नहीं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘तलाक लेकर शादी के रिश्ते को खत्म करना बहुत आसान है. विवाह का केवल एक मतलब है, वह है संपत्ति में भागीदार होना, तुम्हारे बच्चे तुम्हारा नाम विरासत में प्राप्त करें और कुल मिलाकर शादी करना कानूनी कारण है, न कि प्यार का.