अनुप्रिया अनंत
करीना कपूर और इमरान खान ने इससे पहले एक मैं और एक तू में साथ काम किया था. लेकिन वह फिल्म पूरी तरह से अरबन पृष्ठभूमि पर आधारित थी. इस बार दोनों गांव की ओर निकल पड़े हैं. पुनीत मल्होत्रा की फिल्म गोरी तेरे प्यार में एक सोशल वर्कर की जिंदगी में एक शहरी लड़के के प्रवेश और फिर दोनों में पनपी प्रेमकहानी है.
दिया मानती है कि उसका पहला प्यार गांव है, गांव के लोग हैं. दिया रहनेवाली शहर की है, लेकिन उसे गांव ही प्रभाता है. श्रीराम (इमरान) आर्किटेक्ट है और उसे रिश्तों की कद्र करनी नहीं आती. लेकिन दिया के साथ अपने रिश्ते को लेकर जब वह सजग होता है, तब तक दिया कहीं और चली जाती है. तो किस तरह श्रीराम दिया के प्यार को पाने के लिए गांव के माहौल में खुद को ढालता है.
यह फिल्म इस पर आधारित है. हिंदी सिनेमा में ऐसी कई प्रेम कहानियां दिखी हैं, इसलिए फिल्म में उस लिहाज से कुछ भी खास नहीं. लेकिन फिल्म में करीना को गांव की गोरी के रूप में दिखाया है और वह उस किरदार में काफी फिट बैठी हैं. इमरान खान ने इस फिल्म में कई बार अत्यधिक अभिनय की कोशिश की है, जो आंखों को चुभती है. जबकि करीना यह समझ चुकी है कि उन्हें किस किरदार में किस तरह का अभिनय करना है. धीरे-धीरे वह काफी सहज नजर आने लगी हैं. उन्होंने अपने किरदार को बखूबी निभाया है.
यह फिल्म उन प्रेमी युवाओं को पसंद आयेगी जो प्यार में पागलपंती की हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं और प्यार के लिए जान लेने देने की नहीं, बल्कि खुद को बदलने की बात करते हैं. पुनीत ने दोनों मुख्य किरदारों का चयन बखूबी किया है. दोनों एक साथ अच्छे लगे हैं. युवाओं को फिल्म अच्छी लगेगी.