प्रसिद्ध भारतीय लेखक और नाटककार तारक मेहता का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया. उनकी उम्र 87 साल थी. पॉपुलर हास्ट टीवी शो ‘तारक मेहता का उलटा चश्मा’ उनके गुजराती स्तंभ ‘दुनियां ने ओंधा चश्मा’ पर आधारित है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारक मेहता के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,’ सुप्रसिद्ध नाटककार और हास्य लेखक तारक मेहता जी को श्रद्धांजलि. उन्होंने जीवन भर व्यंग्य और कलम का साथ नहीं छोड़ा.’
सुप्रसिद्ध नाटककार और हास्य लेखक तारक मेहता जी को श्रद्धांजलि। उन्होंने जीवन भर व्यंग्य और कलम का साथ नहीं छोड़ा। pic.twitter.com/FRRpA3raYW
— Narendra Modi (@narendramodi) March 1, 2017
पीएम मोदी ने तारक मेहता संग अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए लिखा,’ मुझे तारक मेहता जी से कई बार मिलने का सौभाग्य मिला. जब उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया, तब भी उनसे मिलने का अवसर मिला.’
प्रधानमंत्री मोदी ने सीरीयल तारक मेहता का उलटा चश्मा के बारे में लिखा,’ तारक मेहता जी के लेखन में भारत की विविधता में एकता की झलक दिखती है. टप्पू समेत कई किरदार लोगों के दिलों में बस गये.’
गुजरात के सीएम विजय रुपानी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा,’ तारक मेहता के निधन से दुखी- हास्य-रस के लेखक और स्तंभकार. वे हमेशा ही हमारे चेहरे पर मुस्कान लेकर आये. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’
Saddened by the death of Tarak Mehta – humorist & columnist. He always brought smile to our faces. My condolences to family members.
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) March 1, 2017
साल 2008 में असित कुमार मोदी ने उनके लेख ‘दुनिया ने ओंधा चश्मा’ की कहानी पर आधारित ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ बनाया. यह शो सब टीवी पर प्रसारित होता है जो घर-घर में काफी लोकप्रिय है. शो में तारक मेहता का किरदार लेखक और और कॉमेडियन शैलेश लोधा निभा रहे हैं.
Renowned Indian humorist and playwright Taarak Mehta passes away at the age of 87 years after prolonged illness pic.twitter.com/3BVkWFXFPP
— ANI (@ANI) March 1, 2017
The popular series 'Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah' is TV adaptation of Padma Shri Taarak Mehta's column 'Duniya Ne Undha Chasma' pic.twitter.com/zSf1sPFFok
— ANI (@ANI) March 1, 2017
तारक मेहता के निधन के सूचना मिलते ही उनके चाहने वाले गमगीन हो गये. बता दें कि तारक मेहता को साल 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. वे कई प्रकार के हास्य कहानी आदि का गुजराती में अनुवाद कर चुके हैं.बता दें, उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा, क्योंकि उनकी फैमिली ने देह दान का फैसला किया है.