नयी दिल्ली: क्या आप जानते हैं कि सुचित्रा सेन और गुलजार एक-दूसरे को ‘सर’ कह कर संबोधित करते थे? लेखक मैत्रेयी बी चौधरी ने ‘उत्तम कुमार एंड सुचित्र सेन : बंगाली सिनेमा फस्र्ट कपल’ पुस्तक के एक दिलचस्प वाक्ये में बताया है कि सुचित्र को गुलजार ‘सर’ कह कर संबोधित करते थे. इस संबोधन में सम्मान नही बल्कि हास्य का पुट ज्यादा होता था.
उन्होंने बताया कि ‘आंधी (1975) में काम करने के दौरान गुलजार उन्हें ‘सर’ कह कर बुलाते थे. दोस्त होने के बावजूद ऐसा वह खुद को ‘सर’ कह कर संबोधित किये जाने के विरोध में करते थे. सुचित्र का व्यक्तित्व कुछ ऐसा था.इस किताब में यह भी बताया गया है कि एमएफ हुसैन ने सुचित्र की तस्वीरों के आधार पर उसका एक स्केच तैयार किया था और इसका नाम उन्होंने ‘मैसकिटो’ दिया था.
चौधरी के अनुसार, ‘आंधी’ से सुचित्र को वह प्रशंसा और सम्मान मिला, जिसकी एक अभिनेत्री वह हमेशा ख्वाहिशमंद होती हैं. किताब में बताया गया है ‘‘गुलजार ने कहा कि वह सुचित्र के मजबूत व्यक्तित्व से वाकिफ थे और इस भूमिका के लिए उन्होंने उसे तैयार किया. अपनी हिन्दी उच्चारण को साबित करने की ख्वाहिशमंद सुचित्र ‘आंधी’ में अपनी आवाज देना चाहती थी. हालांकि फिल्म में उनके हिन्दी उच्चारण में सुधार की काफी गुंजाइश थी. ‘आंधी’ ने आखिरकार हिन्दी सिनेता जगत में सुचित्र को एक सफल अभिनेत्री के तौर पर स्थापित किया.’’ यह पुस्तक ओम बुकस इंटरनेशनल ने प्रकाशित की है.