मुंबई : 14 साल पहली बार उन्होंने माइकल जैकसन को मूनवॉक करते देखा था और आज रेमो डीसूजा एक सफल कोरियोग्राफर हैं. वे इस सफलता का श्रेय ‘किंग ऑफ पॉप’ माइकल जैकसन को देते हैं.रेमो को पहली बार बॉलीवुड में वर्ष 1995 में रामगोपाल वर्मा की फिल्म ‘‘रंगीला’’ से ब्रेक मिला था. उन्हें लगता है कि बॉलीवुड में उनकी यात्रा थोड़ी फिल्मी रही है क्योंकि इनमें रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोने से लेकर अपनी जीविका चलाने के लिए नृत्य की शिक्षा देना भी शामिल है.
गुजरात के जामनगर से ताल्लुक रखने वाले रेमो अपनी मां और बहन का भी शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होंने उनके संघर्ष में उनका साथ दिया. रेमो ने कहा, ‘‘मैं तब 14-15 साल का था जब मैंने माइकल जैकसन को नृत्य करते हुए देखा था और तब मैं सोचता था कि ‘वे कैसे इस तरह के नृत्य कर पाते हैं’? तब मैंने उनका अनुकरण करना शुरु किया. उन दिनों हमारे पास टीवी नहीं था और हमारे लिए वीसीआर पर वीडियो देख पाना भी मुमकिन नहीं था और गुजरात में कौन माइकल जैकसन के टेप को रखता होगा? एक साल के बाद मुझे किसी के बारे में पता चला जो मुंबई से वह टेप ला सकता था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह मैंने नृत्य की अपनी यात्रा शुरु की और अपने माता पिता को कहा कि मैं पढ़ना नहीं चाहता बल्कि मैं नृत्य करना चाहता हूं. शुरु में वे बहुत डरे हुए थे, मेरे पिता मेरे खिलाफ थे लेकिन मेरी मां और मेरी बहन ने मेरा साथ दिया और उन्होंने मुझे एक महीने के लिए मुंबई जाने की इजाजत दी.’’आज रेमो के नाम ‘ये जवानी है दिवानी’, ‘कल हो न हो’, ‘कमीने’, ‘सिंह इज किंग’ जैसी कई बड़ी हिट फिल्में हैं.