नई दिल्ली: टीवी पर प्रसारित हो रहे रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ सहित विभिन्न रियलिटी शो में ‘अश्लीलता’ और ‘अभद्रता’ को लेकर आज राज्यसभा में सदस्यों ने गहरी चिंता जताई. सरकार ने हालांकि स्पष्ट रुप से यह नहीं बताया कि दर्शकों से उसे इन रियलिटी शो की सामग्री को लेकर कोई शिकायत मिली है. लेकिन सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान एक फोन नंबर दिखाया जाता है जिस पर दर्शक अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा कि अगर कार्यक्रम संहिता का कोई उल्लंघन हुआ है तो उल्लंघनकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. लेकिन यह सिर्फ दर्शकों की शिकायत पर ही निर्भर नहीं करता और शिकायतों की निगरानी के लिए मंत्रालय का अपना प्रकोष्ठ है.
राठौर ने पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि मंत्रालय ने 24 घंटे निगरानी के लिए निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों की विषय वस्तु की निगरानी करने के लिए एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया निगरानी केंद्र ‘ईएमएससी’ की स्थापना की है जो वर्तमान में 300 निजी टीवी चैनलों की निगरानी करता है.
उन्होंने बताया कि पिछले साल करीब 40,000 शिकायतें मिलीं जिनमें से 1500 मामलों पर कार्रवाई की गई.
सपा के विशंभर प्रसाद निषाद और कांग्रेस के कर्ण सिंह ने कहा कि रियलिटी शो में आपत्तिजनक कपडों में लडकियों का डांस करना और प्रतिभागियों का कीडे खाना देश के सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ है.राठौर ने कहा कि चैनलों की संख्या अधिक होने की वजह से उनमें दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने की स्पर्धा भी चलती है. उन्होंने कहा कि प्रसारक स्वनियमन के लिए प्रतिबद्ध हैं और सरकार भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बाधित नहीं करना चाहती. उन्होंने कहा कि शिकायतों पर प्रसारक कार्रवाई कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि भारतीय प्रसारण संघ (इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन) ने प्रसारण सामग्री शिकायत परिषद (ब्रॉडकास्टिंग कंटेन्ट कम्प्लेंट्स काउंसिल..बीसीसीसी) की स्थापना की है जो शिकायतें स्वीकार करती है और उन पर कार्रवाई करती है.मंत्री ने कहा कि कार्यक्रमों की प्रभावी निगरानी के लिए ईएमएससी को मजबूत किया जा रहा है ताकि वह 1500 निजी चैनलों की निगरानी कर सके.
उन्होंने बताया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय भी समय समय पर विभिन्न मुद्दों पर परामर्श जारी करता है जो रियलिटी शोज के लिए भी प्रासंगिक हैं.