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FIFA World Cup फ्लैश बैक: इंग्लैंड ने जीता खिताब, पर चर्चित रहा ज्योर्फ का विवादित गोल

इंग्लैंड में 1966 में आयोजित इस विश्वकप का विवाद से नाता रहा. विवाद रेफरी के फैसले से हुआ. इंग्लैंड और पश्चिम जर्मनी के बीच हुए फाइनल मुकाबले में ज्योर्फ के विवादित गोल को लोग अब भी जानते हैं. इस मैच को इंग्लैंड ने 4-2 से जीत कर ट्रॉफी अपने नाम किया था. हालांकि इंग्लैंड ने […]

इंग्लैंड में 1966 में आयोजित इस विश्वकप का विवाद से नाता रहा. विवाद रेफरी के फैसले से हुआ. इंग्लैंड और पश्चिम जर्मनी के बीच हुए फाइनल मुकाबले में ज्योर्फ के विवादित गोल को लोग अब भी जानते हैं. इस मैच को इंग्लैंड ने 4-2 से जीत कर ट्रॉफी अपने नाम किया था. हालांकि इंग्लैंड ने इसके बाद फिर कभी खिताब नहीं जीता. 1966 के विश्व कप में पहली बार शुभंकर चुना गया और इसके बाद यह परंपरा चल पड़ी.

इस विश्व कप में गत चैंपियन ब्राजील भी पूरी तैयार के साथ उतरा था. पुर्तगाल, जर्मनी और सोवियत रूस की टीमें भी कम नहीं थीं. मेजबान इंग्लैंड के खिलाड़ी पूरे जोश में थे. मेजबान होने के नाते उन्हें घरेलू दर्शकों का पूरा फायदा मिल रहा था. मेजबान इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही. फ्रांस को हरा कर उसने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया.

अर्जेंटीना, पश्चिम जर्मनी ने भी क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड ने अर्जेंटीना, पुर्तगाल ने नॉर्थ कोरिया को 5-3, पश्चिम जर्मनी ने उरुग्वे को 4-0 और सोवियत यूनियन ने हंगरी को 2-1 से हरा कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने पुर्तगाल को 2-1 और पश्चिमी जर्मनी ने सोवियत यूनियन को 2-1 से हरा कर फाइनल में प्रवेश किया. ब्राजील को इस बार कठिन ग्रुप मिला था.

पहले मैच में उसने बुल्गारिया को 2-0 से तो हरा दिया पर अगले मैच में हंगरी ने उसे हरा कर तहलका मचा दिया. पेले ने कसम खायी कि वे फिर कभी विश्व कप में नहीं खेलेंगे. इटली की टीम भी उस समय यूरोपीय फुटबॉल में छाई हुई थी, लेकिन उत्तरी कोरिया के हाथों मिली हार के बाद टीम को अपना बोरिया-बिस्तर बांधना पड़ा.

लंदन के वेम्बली स्टेडियम में हुए फाइनल मैच को देखने 97 हजार दर्शक आये. 12वें मिनट में ही पश्चिम जर्मनी ने गोल करके बढ़त हासिल कर ली, लेकिन चार मिनट बाद ही ज्योर्फ हर्स्ट ने गोल करके स्कोर बराबर कर लिया. इंग्लैंड के मार्टिन पीटर्स ने गोल करके स्कोर 2-1 कर दिया. लग रहा था कि इंग्लैंड अब मैच जीत जायेगा, लेकिन एक मिनट पहले जर्मनी ने गोल उतार कर स्कोर बराबर कर दिया.

इसके बाद मैच अतिरिक्त समय में गया, लेकिन ज्योर्फ हर्स्ट के एक ‘विवादित गोल’ के कारण इंग्लैंड ने बढ़त हासिल कर ली. गेंद गोल लाइन के पार गयी थी या नहीं, इस पर सवाल उठे, लेकिन लाइंसमैन ने इंग्लैंड के पक्ष में फैसला दिया. फाइनल के बाद भी इस पर चर्चा होती रही, लेकिन ज्योर्फ ने एक और गोल मार कर स्कोर 4-2 कर दिया और इंग्लैंड ने पहली बार विश्व कप के खिताब पर कब्जा किया.

एक नजर में

मेजबान : इंग्लैंड

तिथि : 11 से 30 जुलाई, 1966

वेन्यू : 8 (सात शहर)

विजेता : इंग्लैंड

उपविजेता : पश्चिमी जर्मनी

तीसरा स्थान : पुर्तगाल

चौथा स्थान : सोवियत यूनियन

मैच : 32

गोल : 89

दर्शक : 1563135

टॉप स्कोरर : यूसवियो (नौ गोल)

यंग प्लेयर : फ्रांच बकेनबाउर

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