UP Election 2022: बीजेपी का मिशन काशी, 55 की जगह अब 65 सीटें जीतने का लक्ष्य, जानें क्या है रणनीति

UP Election 2022: बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने अपने काशी दौरे के दौरान सरकार और संगठन की तरफ से काशी प्रांत की सभी विधानसभा सीटों का फीडबैक लिया. उन्होंने सभी का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया है. बताया जा रहा है कि करीब 30 प्रतिशत विधायकों का टिकट कट सकता है.

By Prabhat Khabar | October 22, 2021 5:58 PM

UP Election 2022: आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के शुरू होने से पहले बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण काशी क्षेत्र के 16 जिलों के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करने राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष काशी पहुंचे. यहां उन्होंने क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों का फीडबैक लिया. साथ ही, सभी जनप्रतिनिधियों को जनता के बीच जाने का फरमान सुनाया.

अपने काशी दौरे के दौरान राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने सरकार और संगठन की तरफ से काशी प्रांत के सभी 16 जिलों की एक-एक विधानसभा की जानकारी ली. दो दिवसीय दौरे में उन्होंने सभी का रिपोर्ट कार्ड बना लिया. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि करीब 30 प्रतिशत टिकट काटे जाने की आशा है. इसकी भनक लगते ही विधायकों के दिल की धड़कन बढ़ गयी है.

Also Read: UP Election 2022: अलीगढ़ की छर्रा विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी बने तिलकराज यादव, मुनकाद अली ने की घोषणा

राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने साफ कर दिया कि इस बार पार्टी 30 प्रतिशत नए लोगों को मौका देने के मूड में है. बीजेपी के काशी प्रांत में ही करीब-करीब पूर्वांचल की सभी सीटें आती हैं. पिछली बार यहां से 55 सीट बीजेपी को मिली थी. इस बार बीजेपी ने 65 सीट का लक्ष्य रखा है.

Also Read: UP Election 2022: 40% महिलाओं को टिकट के बाद बेटियों को स्मार्टफोन और स्कूटी का वादा, कांग्रेस का नया ऐलान

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पूर्वांचल में समीकरण बहुत तेजी से बदल रहा है. बीजेपी को बदलते समीकरण में ही पूर्वांचल फतेह करना है. इसलिए बीएल संतोष बदले माहौल में ज्यादा लोकप्रिय जनप्रतिनिधि की जगह नए लोगों को मौका देने की संभावना जता गए हैं.

काशी क्षेत्र की आधी सीटों पर किए गए सर्वे में सकारात्मक फीड बैक नहीं मिलने से सभी जनप्रतिनिधियों को विधानसभा मे जनता के द्वार जाने को कहा गया है. जनता को सरकार के विकास कार्य और तमाम योजनाओं के बारे में जानकारी देने को कहा गया है. जनता की किसी बात पर अगर नाराजगी है तो उसको तत्काल दूर करने पर जोर दिया जाए ताकि चुनाव में इसका असर न पड़े.

Also Read: Varanasi News: अपना दल की अधिकार यात्रा पर रोक, पल्लवी पटेल ने कहा- विचारधारा को दबाने का किया जा रहा प्रयास

रिपोर्ट- विपिन सिंह

Next Article

Exit mobile version