UP Election 2022: देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने सेवापुरी विधानसभा के कपसेठी में बीजेपी गठबंधन के प्रत्याशी नीलरतन पटेल 'नीलू' के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया. अपने सम्बोधन में राजनाथ सिंह ने बीजेपी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हमने 2017 के चुनाव में जो भी घोषणा पत्र में कहा था, उसे पूरा करने की पूरी कोशिश की है. यदि अन्य दलों ने भी इसे क्रियान्वित करने की कोशिश की होती तो हमारा भारत देश बहुत ताकतवर देश बन गया होता, लेकिन नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होने की वजह से ही भारत पीछे रह गया. लेकिन हम जो कहेंगे उसको किसी भी सूरत में पूरा करेंगे. हम आपके भरोसे को टूटने नहीं देंगे.
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म किया- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 1951 में हमारी पार्टी जनसंघ बनी, तब से हम जम्मू-कश्मीर को धारा 370 के तहत विशेष दर्जा प्राप्त होने को लेकर विरोध कर रहे थे. जब हमारी पार्टी ने पूर्ण बहुमत से सत्ता में आयी तो हमने धारा 370 को हटाने का काम किया. हम हर चुनाव के घोषणा पत्र में कहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बनाएंगे और आज अयोध्या की धरती पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिसे सारी दुनिया देख रही है.
लक्ष्मी कमल के फूल पर बैठकर आती हैं- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने सपा-बसपा और कांग्रेस पर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लक्ष्मी कभी भी हाथी पर बैठकर नहीं आती, ना ही साइकिल चलाकर आती हैं. कभी भी हाथ हिलाते हुए हेलो हाय करते हुए नहीं आती हैं. जब भी लक्ष्मी घर में आती हैं, कमल के फूल पर बैठकर आती हैं. आज मैं यह कह सकता हूं कि आज लक्ष्मी का प्रवेश यदि लोगों के घर में हो रहा है तो कमल के फूल की वजह से ही हो रहा है.
पाक के कायराना हमले का सर्जिकल स्ट्राइक से दिया जवाब- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में गरीबों को पक्के मकान, एलपीजी सिलेंडर, मुफ्त राशन मिल रहा है. चारों तरफ खुशहाली दिख रही हैं क्योंकि हम सरकार बनाने के लिए राजनीति नहीं करते, हम तो समाज और देश बनाने के लिए राजनीति कर रहे हैं. जब मैं भारत का गृह मंत्री था तब पाकिस्तान से कुछ आतंकवादी कश्मीर की धरती पर आ गए. भारत के अंदर उन्होंने हमारे अर्धसैनिक बल के कुछ जवानों पर कायराना हमला किया. बड़ी संख्या में बहादुर अर्धसैनिक बल के जवान शहीद हुए. हमने इसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया.
विपक्ष ने सेना के जवानों पर उठाया सवाल- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में संघर्ष हुआ. कांग्रेस, सपा और बसपा के लोगों ने हमारे जवानों पर सवाल उठाया. राहुल गांधी ने कहा कि जो भारत और चीन के सेना के बीच संघर्ष हुआ था, उसमें चीन के जवान कम मारे गए. भारत के जवान ज्यादा मारे गए. मैंने रक्षा मंत्री होते हुए कभी मुंह नहीं खोला. कभी आगे खोलना भी नहीं चाहता, लेकिन ईश्वर के घर देर हो सकती है, अंधेर नहीं हो सकती. उनके बोलने के 1 दिन आगे पीछे ऑस्ट्रेलिया के अखबार ने छानबीन करने के बाद लिखा कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के जवानों के बीच हुए संघर्ष में चीनी सेना के 50 जवान मारे गए थे .
जाति, पंथ और मजहब के आधार पर राजनीति नहीं होती- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सारी राजनीतिक पार्टियों के चरित्र को आप लोग जानते हैं. ऐसी कई घटनाएं हैं, जिसकी मैं चर्चा कर सकता हूं. समाजवादी पार्टी ने एक बार बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. क्या हालत हुई इनकी, सभी जानते हैं. जाति, पंथ और मजहब के आधार पर बैठकर राजनीति नहीं होती. सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होता है. सपा के लोग खुद को समाजवादी कहते हैं, लेकिन मैं कहना चाहता हूं इनका समाजवाद से कोई लेना देना नहीं है. इन्होंने समाजवाद को छुआ तक नहीं है क्योंकि समाजवादी वह होता है जो जनता को भय और भूख दोनों से निजात दिलाये.
सपा सरकार में गुंडे- माफियाओं का बोलबाला- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि जब भी समाजवादी पार्टी की सरकार आती है, गुंडे -बदमाश माफियाओं का बोलबाला होता है. सरकार बनने के बाद ये लोग मनमाने ढंग से जिस अधिकारी का ट्रांसफर करवाना चाहते थे, करा देते थे. यदि हम अपने राज्य का विकास करना चाहते हैं तो विकास की पहली शर्त होती है कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त होना.
अन्नपूर्णा कैंटीन में मिल रहा भरपूर खाना- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने थे, प्रदेश की अर्थव्यवस्था 11 लाख करोड़ हुआ करती थी, वह अर्थव्यवस्था अब 5 वर्षों में 21 लाख करोड़ रुपये की हो गयी है. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि अगर घरवाली से कभी नाराज हो जाना तो अन्नपूर्णा कैंटीन में जाकर खाना खा लेना. पहले झगड़ा होते थे तो सोचते थे घरवाली से नाराज हो जाएंगे तो खाएंगे क्या. अब तो अन्नपूर्णा कैंटीन में खाने के लिए सस्ता भोजन मिल जाएगा.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी