UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में अतरौलिया विधानसभा सीट आती है. अतरौलिया में हर साल गोविंद साहब का मेला भी लगता है. यहां के भैरवजी और सम्मो माता के मंदिर भी काफी मशहूर हैं. ऐतिहासिक और पौराणिक अतरौलिया को वीरों की भूमि कहते हैं. यहां राजा बेनी माधव सिंह, राजा दर्शन सिंह प्रथम, देवस्थान बहिरा देव, पवारी बाबा, कालेश्वर धाम जैसे कई स्थल हैं. अतरौलिया विधानसभा सीट पर अंतिम चरण में 7 मार्च को मतदान और 10 मार्च को मतगणना होगी.
अतरौलिया सीट का सियासी इतिहास
अतरौलिया विधानसभा सीट को पूर्वांचल में सपा का गढ़ माना जाता है.
सपा के संस्थापक सदस्य रहे बलराम यादव पांच बार विधायक रह चुके हैं.
अभी बलराम यादव के बेटे संग्राम यादव सपा के अतरौलिया से विधायक हैं.
2007 के चुनाव में बसपा के सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने बलराम यादव को हराया था.
2012 के चुनाव में बलराम यादव के बेटे संग्राम यादव ने जीत दर्ज की.
2017 के चुनाव में संग्राम यादव ने सपा के टिकट पर चुनाव जीता था.
अतरौलिया सीट से मौजूदा विधायक
2017 के विधानसभा चुनाव में संग्राम यादव ने सपा के टिकट पर बड़ी जीत हासिल की थी.
अतरौलिया का जातिगत समीकरण
यहां अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है.
मुस्लिम मतदाता भी चुनाव परिणाम निर्धारित करते हैं.
अतरौलिया सीट पर निषाद मतदाता भी काफी ज्यादा हैं.
अतरौलिया सीट पर मतदाता
कुल मतदाता- 3,61,067
पुरुष- 1,96,714
महिला- 1,64,344
अन्य- 9
अतरौलिया की जनता के मुद्दे
किसानों और बेरोजगारों को मदद की दरकार
युवाओं को हायर एजुकेशन सेंटर की जरुरत.