Uttar Pradesh Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज है. सभी पार्टियां लगातार प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही हैं और अपने चुनावी वादों को जनता तक पहुंचा रही है. वहीं इस विधानसभा चुनाव में इस बार राजनीति के अलग-अलग रंग दिख रहे हैं. यूपी के रण में खासकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सामने अलग तरह की चुनौती है.बिहार सरकार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू योगी आदित्यनाथ के विजय रथ को रोकने के लिए रण में उतरी हैं.
उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) अकेले चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने बिहार में अपने सहयोगी दल बीजेपी के साथ यूपी में गठबंधन नहीं किया. वहीं जदयू ने यूपी चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के ऐलान के बाद अब पार्टी किन मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है इसका भी ऐलान कर दिया है. जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने बताया कि सभी प्रत्याशी नामांकन के बाद अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जनता दल (यू) की नीतियों कार्यक्रमों एवं सिद्धांतों के लेकर जनता के बीच वोट मांग रहे हैं.
यूपी में जदयू के चुनावी वादे
जनता दल (यू) छुट्टा (आवारा) पशुओं की समस्याओं को प्रमुखता से उठा रहा है.
महिलाओं के को सरकारी नौकरी में 33 फ़ीसदी आरक्षण देने का भी ऐलान किया है.
नौजवानों के लिए मुख्यमंत्री युवा महिला उद्यमी योजना के अंतर्गत युवाओं को छोटे लघु उद्योग लगाने हेतु सरकार द्वारा 20 लाख सहायता राशि दी जाएगी.
विदा कर्मियों का नियमितीकरण तथा पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करेंगे.
बता दें कि पिछले दिनों जेडीयू की तरफ से साफ किया गया था कि बीजेपी के साथ इस बार यूपी में बात नहीं बन पाई है, जिसके बाद पार्टी ने अपनी सहयोगी पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया. बता दें कि बीजेपी और नीतीश कुमार की पार्टी के बीच पिछले काफी समय से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.