मेघालय में एनडीए की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है. यूडीपी और पीडीएफ ने मेघालय में एनपीपी-बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को समर्थन दिया है. यूडीपी और पीडीएफ के समर्थन के बाज सत्ता का जो समीकरण बन रहा है उसके मुताबिक सभी एनपीपी और बीजेपी सदस्यों को मिलाकर कोनराड संगमा की सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या 45 हो गई है, यानी सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है.
सोमवार को शपथ लेंगे नवनिर्वाचित विधायक: गौरतलब है कि मेघालय में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, नवनिर्वाचित विधानसभा की पहली बैठक कल यानी सोमवार को होगी, जिसमें 59 सदस्य हिस्सा लेंगे और अस्थायी अध्यक्ष विधायकों को शपथ दिलाएंगे. इसके बाद नौ मार्च को फिर सदन की बैठक होगी. इस बैठक में अध्यक्ष का चुनाव होगा.
एनपीपी गठबंधन से पेश किया सरकार बनाने का दावा: गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के नेतृत्व में नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP, एनपीपी) गठबंधन ने आगामी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. यूडीपी और पीडीएफ के समर्थन के बाद कोनराड संगमा की सरकार का समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या 45 हो गई है.
चुनावी नतीजों में किसी को नहीं मिला बहुमत: गौरतलब है कि बीते गुरुवार को मेघालय विधानसभा चुनाव का नतीजा सामने आया था. रिजल्ट में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर एनपीपी उभरी थी. एनपीपी को चुनाव में 26 सीटों पर जीत मिली. इसके बाद यूडीपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही. उसे 11 सीटों पर जीत मिली.
भाषा इनपुट के साथ