Goa Election 2022: गोवा विधानसभा चुनाव में चंद दिन शेष हैं. सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रदेश में दम लगा रहीं हैं. इस बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी आपस में जुबानी जंग करने लगे हैं. ये जंग सोशल मीडिया पर चल रही है. दरअसल कांग्रेस के दिग्गज नेता और गोवा के पार्टी पर्यवेक्षक पी. चिदंबरम और 'आप' के पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच ट्विटर पर जंग देखने को मिल रही है.
सोमवार को पी चिदंबरम ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि मेरा आकलन है कि आम आदमी पार्टी (और तृणमूल कांग्रेस) गोवा में गैर-भाजपा वोट को केवल खंडित करेगा, श्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पुष्टि की गई है...गोवा में मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है. उनके इस ट्वीट का जवाब 'आप' नेता अरविंद केजरीवाल ने दिया.
'आप' नेता अरविंद केजरीवाल ने पी. चिदंबरम के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा कि सर, रोना बंद कीजिए- “हाय रे, मर गए रे, हमारे वोट काट दिए रे” गोवा के लोग उसे ही अपना वोट कास्ट करेंगे जिसमें उन्हें आशा नजर आएगी. कांग्रेस भाजपा के लिए आशा हो सकती है. गोवा के लोगों के लिए नहीं. आपके विधायक भाजपा में चले जाते हैं और आप देखते रह जाते हैं.
आगे केजरीवाल ने कांग्रेस पर तंज सकते हुए कहा कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब है कि भाजपा को लाभ पहुंचाना. भाजपा को वोट देने के लिए कांग्रेस से संपर्क करें.
वर्तमान में क्या है स्थिति
भाजपा वर्तमान में गोवा में अपने 23 विधायकों के साथ शासन कर रही है क्योंकि चार विधायकों - माइकल लोबो, अलीना सल्दान्हा, कार्लोस अल्मेडा और प्रवीण जांटे - ने पार्टी और विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. भाजपा और कांग्रेस के अलावा, टीएमसी और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सहित कई अन्य दल 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेंगे.
2017 में कहां चूकी थी कांग्रेस
गोवा की बात करें तो यहां 21 सीटें जीतने वाली पार्टी सरकार बना लेती है लेकिन पिछली बार कोई भी पार्टी इस आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई थी. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 17 सीटें जीती थीं और भाजपा के खाते में 13 सीट गई थी. इसके अलावा एनसीपी 01, गोवा फारवर्ड पार्टी 03 और 03 निर्दलीय जीते थे. नतीजे आने के बाद काफी असंमजस की स्थिति रही, क्योंकि कोई पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नजर नहीं आ रही थी. लेकिन अंत में सरकार भाजपा ने बना ली.
Posted By : Amitabh Kumar