Karnataka Election 2023: कर्नाटक के लिए 10 मई का दिन बेहद खास है. 10 मई यानी मतदान का दिन... जहां प्रदेश के वोटर्स सियासी दलों के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. बीते कई हफ्तों से राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता जमकर चुनाव प्रचार में पसीना बहाए हैं. अब प्रदेश के करीब साढ़े पांच करोड़ वोटर सियासी दलों के उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे. कर्नाटक चुनाव 2023 में कई दल हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस इन तीन दलों में कांटे की टक्कर है. तीनों दलों के दिग्गज नेताओं ने प्रचार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है.
कर्नाटक चुनाव में सियासी दलों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. कई दिग्गज प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. ऐसे में किसके सिर जीत का सेहरा बंधेगा और कौन हार का स्वाद चखेगा इसको लेकर सभी पशोपेश में है. कर्नाटक चुनाव में कई ऐसे चेहरे हैं जिस पर पूरे देश की नजर है. बीजेपी, कांग्रेस, जेडीएस समेत अन्य दलों के ऐसे कई दिग्गज चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं जिनपर उनकी पार्टी ने दांव खेला है. आज हम आपको उन्हीं कुछ चेहरों से रूबरू करा रहे हैं, और उनकी विधानसभा सीट के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं.
शिग्गांव सीट पर टिकी BJP की साख, बसवराज बोम्मई आजमा रहे किस्मत
कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई को शिग्गांव सीट से पार्टी ने टिकट दिया है. साल 2018 के चुनाव में बसवराज ने यहां से कांग्रेस उम्मीदवार को 9 हजार से अधिक वोटों से हराया था. एक बार फिर वो इसी सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. इस सीट पर उनका कांग्रेस के यासिर अहमद खान पठान और जेडीएस के शशिधर चन्नबसप्पा यलीगर से मुकाबला है. बता दें, शिग्गांव विधानसभा क्षेत्र से बोम्मई लगातार तीन बार से जीतते आ रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को बीजेपी के वी सोमन्ना देंगे टक्कर
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में दूसरा चर्चित चेहरा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का है. सिद्धारमैया वारुणी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सिद्धारमैया से लोहा लेने के लिए बीजेपी ने कर्नाटक सरकार के मंत्री वी सोमन्ना को मैदान में उतारा है. वहीं, इन दोनों को जेडीएस से डॉ भारती शंकर टक्कर दे रहे हैं. 2018 के चुनाव में सिद्धारमैया ने अपने बेटे यतींद्र सिद्धारमैया के लिए ये सीट छोड़ दी थी, लेकिन इस बार वे यहीं से चुनाव लड़ रहे हैं. वरुणा सिद्धारमैया का गृह क्षेत्र है यही वजह है कि वे अपनी पारी की समाप्ति यही से करना चाहते हैं.
डीके शिवकुमार सात बार रहे हैं विधायक
कांग्रेस नेता और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार की गिनती कांग्रेस के तेज तर्रार और लोकप्रिय नेता के रूप में होती है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वो कनकपुरा विधानसभा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. सबसे बड़ी बात की वे इस सीट से सात बार विधायक रहे हैं. ऐसे में जीत की उम्मीद के साथ एक बार फिर वो मैदान में उतरे हैं. डीके शिवकुमार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने राजस्व मंत्री आर अशोक को मैदान में उतारा है, जबकि जेडीएस ने बी नागराजू इन दोनों को टक्कर दे रहे हैं.
निखिल कुमारस्वामी रामनगर से आजमा रहे हैं भाग्य
जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे और कन्नड़ फिल्म अभिनेता निखिल कुमारस्वामी रामनगरम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से एचडी कुमारस्वामी 2004 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस ने इकबाल हुसैन एचए को टिकट दिया है. वहीं, बीजेपी ने गौथम गौड़ा पर दांव खेला है. इस सीट से आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है. आप ने बायरेगौड़ा एस को चुनावी रण में उतारा है.
एचडी कुमारस्वामी चन्नापटना से ठोक रहे हैं ताल
जेडीएस प्रमुख एचडी कुमारस्वामी भी कर्नाटक के रण में ताल ठोक रहे हैं. कुमारस्वामी चन्नापटना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वे दूसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कुमारस्वामी के खिलाफ बीजेपी ने सीपी योगेश्वर को मैदान में उतार है. वहीं, कांग्रेस ने गंगाधर एस को टिकट दिया है. बता दें, कुमारस्वामी ने साल 2018 में बीजेपी के सीपी योगेश्वर को अच्छे खासे मतों से हराया था.
बीवाई विजयेंद्र लड़ेंगे चुनाव
लिंगायत समुदाय के वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र भी इस चुनाव में खड़े हुए हैं. बीवाई विजयेंद्र शिकारीपुरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. लिंगायत समुदाय से आते हैं, इस समुदाय की यहां अच्छी खासी पैठ है. वहीं, विजयेंद्र के खिलाफ कांग्रेस ने जीबी मलातेश को मैदान में उतारा है. गौरतलब है कि इस बार येदियुरप्पा खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.
पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी कांग्रेस की टिकट पर लड़ रहे चुनाव
कांग्रेस नेता सह कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी अथणी ने चुनाव लड़ रहे हैं. लक्ष्मण सावदी ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है. बीजेपी ने उनके खिलाफ महेश कुमाथल्ली को मैदान में उतारा है. वहीं, जेडीएस ने शशिकांत पदसालगी को टिकट दिया है.