DU Special Cut Off 2021: दिल्ली यूनिवर्सिटी जारी किया स्पेशल कटऑफ, जानिए डिटेल्स
DU Special Cut Off 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय में विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों को भरने के लिए एक विशेष कट-ऑफ सूची जारी कर दी है. विशेष कट-ऑफ संभवतः यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अंतिम सूची है. छात्र सूची du.ac.in पर देख सकते हैं.
दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक (यूजी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए दूसरे विशेष अभियान की कट-ऑफ सूची जारी की है. यह विशेष कट-ऑफ स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अंतिम सूची होने की संभावना है. अभ्यर्थी डीयू की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर कॉलेजों में एडमिशन का कट-ऑफ स्कोर देख सकते हैं.
कितनी सीटें हैं खाली?
24 नवंबर 2021 को डीयू द्वारा बताया गया कि सभी कॉलेजों ने अपने यहां खाली सीटों की लिस्ट जारी कर दी थी, जिसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. कॉलेजों में करीब 2000 सीटें खाली हैं, जिनमें रिजर्व कैटेगरी के अभ्यर्थियों की ही ज्यादातर सीटें खाली हैं.
दूसरी विशेष कट-ऑफ सूची देखने के लिए चरण:
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आधिकारिक वेबसाइट, यानी entry.uod.ac.in पर जाएं
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होमपेज पर दिए गए डीयू एडमिशन 2021 के लिंक पर क्लिक करें
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स्क्रीन पर एक नया पेज दिखाई देगा
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स्नातक सत्र के अंतर्गत ‘द्वितीय विशेष अभियान कट-ऑफ सूची 2021-2022’ पर क्लिक करें
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दूसरी विशेष ड्राइव कट-ऑफ सूची देखें
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भविष्य में उपयोग के लिए विशेष कट-ऑफ सूची की प्रति सहेजें और डाउनलोड करें
DU में एक बार फिर कड़े नियमों और शर्तों के साथ प्रवेश प्रक्रिया
दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता की तरफ से जारी की गई स्पेशल कट ऑफ लिस्ट के आधार पर दाखिले के लिए 26 अक्टूबर सुबह 10 बजे से 27 अक्टूबर मध्य रात्रि तक आवेदन किया जा सकेगा. रजिस्ट्रार के मुताबिक विभिन्न कॉलेज 28 अक्टूबर तक योग्य आवेदनों को दाखिले की मंजूरी देंगे. फीस का भुगतान 29 अक्टूबर तक किया जा सकता है.
दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्पेशल कट ऑफ लिस्ट में इकोनामिक्स (Economics) के लिए 98.25, बीकाम आनर्स (B.Com H) के लिए 98.75 और हिस्ट्री (History) के लिए 98.25 फीसदी अंक तय किए हैं. गौरतलब है कि स्पेशल कट ऑफ लिस्ट में सामान्य वर्ग के मुकाबले आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए अधिक अवसर है. दिल्ली विश्वविद्यालय की स्पेशल कट ऑफ लिस्ट में ज्यादातर कॉलेजों के अलग-अलग पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 96 से 99 फीसदी तक अंक प्रतिशत की मांग की गई है.
Posted By: Shaurya Punj