IRCTC/Indian Railway News: ट्रेन टिकटों में भोजन का शुल्क शामिल नहीं, सीट पर मंगा सकते हैं मनपसंद खाना

IRCTC/Indian Railway News नयी दिल्ली : इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने कहा कि ट्रेन की टिकटों में अब भोजन का शुल्क शामिल नहीं किया जा रहा है. कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के बाद से जब ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है तो ट्रेनों में से रसोई यान हटा दिया गया है. यात्रियों को केवल रेडी टू ईट भोजन ही परोसा जा रहा है. उसके लिए उन्हें अलग से पैसे देने होते हैं. इसके साथ ही यात्रियों को उनकी सीट पर ई कैटरिंग (e-catering) में माध्यम से भी ताजा भोजन परोसा जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2021 7:26 PM
  • ट्रेन में अपनी सीट पर मंगा सकते हैं मनपसंद खाना.

  • ट्रेन टिकट में भोजन का शुल्क नहीं ले रही रेलवे.

  • ट्रेनों में कंटेंट ऑन डिमांड सेवा इस महीने शुरू

IRCTC/Indian Railway News नयी दिल्ली : इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने कहा कि ट्रेन की टिकटों में अब भोजन का शुल्क शामिल नहीं किया जा रहा है. कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के बाद से जब ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है तो ट्रेनों में से रसोई यान हटा दिया गया है. यात्रियों को केवल रेडी टू ईट भोजन ही परोसा जा रहा है. उसके लिए उन्हें अलग से पैसे देने होते हैं. इसके साथ ही यात्रियों को उनकी सीट पर ई कैटरिंग (e-catering) में माध्यम से भी ताजा भोजन परोसा जाता है.

इंडियन रेलवे सेवा के ट्विटर हैंडल से यह जानकारी ट्वीट की गयी है. बता दें कि कई ग्राहकों की ओर से शिकायत की गयी थी कि राजधानी जैसी ट्रेनों में टिकटों में खानपान का शुल्क भी शामिल होता है, जबकि कोरोना संकट में यात्रियों को ट्रेनों में खाना नहीं दिया जा रहा है. इसी पर सफाई देते हुए भारतीय रेलवे ने यह जानकारी दी है.

ट्रेनों में कंटेंट ऑन डिमांड सेवा इस महीने शुरू की जायेगी

ट्रेनों में बहुप्रतीक्षित कंटेंट ऑन डिमांड (सीओडी) सेवा इस महीने शुरू की जायेगी. रेलवे पीएसयू रेलटेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सेवा के तहत चलती ट्रेनों में पहले से लोड की गई बहुभाषी सामग्री के जरिए इन्फोटेनमेंट (ज्ञानरंजन) प्रदान किया जायेगा जिसमें फिल्में, समाचार, संगीत वीडियो और सामान्य मनोरंजन शामिल होंगे.

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रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने कहा कि बफर-फ्री सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए मीडिया सर्वर को डिब्बों के अंदर लगाया जायेगा. यात्री निजी उपकरणों में उच्च गुणवत्ता वाले बफर-फ्री स्ट्रीमिंग का आनंद ले सकेंगे और समय-समय पर सामग्री अपडेट होती जायेगी. इस सेवा को 5,723 उपनगरीय ट्रेनों सहित 8,731 ट्रेनों और वाई-फाई से लैस 5,952 से अधिक स्टेशनों पर चालू किया जायेगा.

पश्चिमी रेलवे में एक राजधानी ट्रेन और एक एसी उपनगरीय ट्रेन में पायलट परियोजना कार्य पूरा होने और परीक्षण के अंतिम चरण में है. इसमें रेलवे और रेलटेल का राजस्व हिस्सेदारी 50:50 प्रतिशत है जिसमें पीएसयू को इस परियोजना से कम से कम 60 करोड़ रुपये की वार्षिक राजस्व की उम्मीद है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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