लग सकता है झटका! फिर बढ़ेंगे रसोई गैस के दाम, वाहन चलाना भी होगा महंगा

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि सरकार द्वारा निर्धारित गैस के दाम करीब 76 प्रतिशत बढ़ने वाले हैं. जिसका असर सीएनजी और पीएनजी की कीमतों पर भी पड़ेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2021 2:49 PM

महंगाई की मार झेल रहे लोगों को एक बार फिर जोर का झटका लगने वाला है. दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में सीएनजी और पीएनजी (पाइप वाली रसोई गैस) के दाम फिर बढ़ सकते हैं. अक्टूबर में 10 से 11 फीसदी तक इनके दामों में इजाफा हो सकता है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि सरकार द्वारा निर्धारित गैस के दाम करीब 76 प्रतिशत बढ़ने वाले हैं. जिसका असर सीएनजी और पीएनजी की कीमतों पर भी पड़ेगा.

दरअसल, नई डॉमेस्टिक गैस पॉलिसी 2014 के तहत हर छह महीने में नेचुरल गैस की कीमतें तय की जाती है. इसके लिए सरकार गैस अधिशेष वाले देशों की दरों का इस्तेमाल करती है. प्राकृतिक गैस की कीमतों के लिए सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस जैसी कंपनियों की प्रत्येक छह महीने में समीक्षा करती है. अगली समीक्षा एक अक्टूबर को होनी है. ऐसे में उम्मीद है कि इनके दामों में इजाफा होगा.

कितनी बढ़ेगी गैस की कीमत: ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि एक अक्टूबर, 2021 से 31 मार्च, 2022 तक दर बढ़कर 3.15 डॉलर प्रति इकाई हो जाएगी. बता दें, यह फिलहाल 1.79 डॉलर प्रति इकाई है. इसके अलावा गहरे पानी वाले क्षेत्रों रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीपी पीएलसी के केजी-डी6 क्षेत्र से गैस की दर 7.4 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू हो जाएगी.

गौरतलब है कि नेचुरल गैस एक कच्चा माल है, जिसे वाहनों में इस्तेमाल के लिए सीएनजी और रसोई में इस्तेमाल के लिए पीएनजी में बदल दिया जाता है. जिसका इस्तेमाल वाहनों में तेल और खाना पकाने के लिए गैस के रुप में किया जाता है. अब अगर सीएनजी और पीएनजी की लागत बढ़ेगी तो दिल्ली समेत मुंबई और कई जगहों पर गैस की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है.

10-11 फीसदी हो सकती है बढ़ोतरी: रिपोर्ट में यह कहा जा रहा है कि, गैस वितरण कंपनियों को कीमतों में 10 से 11 फीसदी का इजाफा करना होगा. अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार, अप्रैल 2022 से सितंबर 2022 के दौरान एपीएम गैस का दाम बढ़कर 5.93 डॉलर प्रति इकाई हो सकता है. साफ है कि अप्रैल 2022 में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में 22 से 23 फीसदी का इजाफा हो सकता है.

भाषा इनपुट के साथ

Posted by: Pritish Sahay

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