पटना : स्मार्टफोन के आने से जिंदगी कितनी आसान हो गयी है. एक मोबाइल फोन में कई सारी चीजें सिमट चुकी हैं. कंप्यूटर, इंटरनेट के कई काम मोबाइल में हो जाते हैं. फोटो कैप्चर, वीडियो रिकॉर्डिंग भी अच्छे स्मार्ट फोन से हो जाती है. डिजिटल कैमरे में जितने मेगा पिक्सेल होते हैं, उससे ज्यादा मेगा पिक्सेल के कैमरे मोबाइल में हैं.
हाइ मेगा पिक्सेल कैमरेवाले स्मार्टफोन ने कैमरों के मार्केट को भी डाउन कर दिया है. कैमरा, इंटरनेट, कैलकुलेटर, अलार्म घड़ी, म्यूजिक, प्रोजेक्टर सब कुछ तो स्मार्ट फोन में हैं. मोबाइल के इस्तेमाल का दायरा काफी बड़ा हो चुका है. यह सिर्फ फोन या मैसेज के लिए नहीं बल्कि कई चीजों के लिए उपयोग किया जा रहा है. यही वजह है कि कई बिजनेस अब ठप्प हो चुके हैं.
* मोबाइल में होते हैं सारे काम
एक वक्त था, जब इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए बड़ी तादाद में लोग साइबर कैफे में घंटों बैठा करते थे. सिस्टम खाली होने का इंतजार करते थे. अब तो साइबर कैफे खाली पड़े रहते हैं. शहर के कई साइबर कैफे बंद हो चुके हैं, क्योंकि अब लोग इंटरनेट अपने फोन पर ही चला लेते हैं.
स्मार्टफोन के आगमन ने साइबर कैफे के बिजनेस को खत्म कर दिया है. पीके सर्विसेज के राजेश कुमार जैन ने बताया अब स्मार्टफोन आने से साइबर कैफे का मार्केट तो बहुत डाउन हुआ है. कई तरह के काम फोन पर ही हो जाते हैं. पहले युवा नेट सर्फिंग और चैटिंग के लिए साइबर कैफे में घंटों बैठते थे, लेकिन अब तो हर कोई मोबाइल फोन में नेट एक्सेस कर लेता है. उन्होंने बताया कि अब लोग कागज का इस्तेमाल भी कम करते हैं. मोबाइल में ही डॉक्यूमेंट्स सेव हो जाते हैं.
इ टिकट या फिल्म की बुकिंग, सब मोबाइल से कर लेते हैं. ट्रेन का स्टेटस भी सफर के दौरान पता करते रहते थे. स्मार्ट फोन की वजह से कागज का इस्तेमाल भी कम होने लगा है. इतनी ही नहीं पहले कई लोग गाने और फिल्में डाउनलोड करने हमारे पास आते थे. अब स्मार्टफोन के साथ मोबाइल में फिल्में डाउनलोड करने वाली कई वेबसाइट्स हैं, जिनके द्वारा लोग फोन में ही गाने और फिल्में डाउन लोड कर लेते हैं.
* आइ पॉड, एमपी थ्री प्लेयर भी हुए दूर
मोबाइल ने ना सिर्फ साइबर कैफे की बल्कि कई गैजेट्स का बिजनेस चौपट कर दिया है. खास कर एमपी थ्री प्लेयर और आइपॉड का मार्केट. कभी लोगों की चाहत होती थी, कि उनके पास प्यारा सा छोटा-सा आइपॉड हो, लेकिन मोबाइल म्यूजिक प्लेयर ने तो आइपॉड के साथ-साथ म्यूजिक प्लेयर का डिमांड भी खत्म कर दी. स्मार्टफोन में हाइ डेफिनेशन साउंड क्वालिटी के साथ हाई स्टोरेज कैपेसिटी ने आइपॉड के ग्रोथ को कम कर दिया. इसलिए अब लोग सिर्फ स्मार्टफोन को कैरी करते हैं, जो सभी गैजेट्स की जरूरत को पूरा कर देता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.