नयी दिल्ली : सरकार ने आज नोट विमुद्रीकरण मामले में जनता को राहत देने के लिए एक ओर जहां कई नयी घोषणाएं कीं, वहीं इनकम टैक्स विभाग ने नोट विमुद्रीकरण की प्रक्रिया के बीच दिल्ली, मुंबई सहित कई शहरों में छापा मारा है. दिल्ली के चावड़ी बाजार व टैंक रोड इलाके में छापा मारा गया है, वहीं मुंबई में भी तीन से चार जगहों पर छापेमारी की गयी है. उधर, जापान की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस मामले पर ट्वीट कर जनता को सराहा है. मोदी ने आज नोट बदलने के लिए जनता द्वारा दिखाये गये धैर्य की प्रशंसा की है और कहा है कि उनकी सरकार देश से कालेधन को खत्म करने के लिए संकल्पित है और विकास का लाभ हर आदमी तक पहुंचायेगी. उन्होंने नोट बदले जाने के दौरान लोगों द्वारा वरिष्ठ नागरिकों का सहयोग किये जाने को भी सराहा.
500 व 1000 के नोट पर बैन को लेकर सरकार ने आज कई अहम फैसले लिये हैं. सरकार ने 500 व2000 रुपये के नये नोट अतिरिक्त सुरक्षा मानकों के साथ आज जारी कर दिये. बैंकों में पुराने नोटों के बदले नये नोट बदले जा रहे हैं. नये नोट अलग तरह के रंग और अतिरिक्त सुरक्षा मानकों के साथ लाये गये हैं. इनका आकार और विषय वस्तु भी पुराने नोट से भिन्न है. सरकार ने आज 1000 रुपये के नोट बाजार में लाने की घोषणा की.
अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स के साथ 1,000 का नया नोट कुछ महीने में
सरकार कुछ महीने में 1,000 का नोट फिर बाजार में उतारेगी. इसके अलावा वह अतिरिक्त सुरक्षा खूबियों के साथ कम मूल्य के नोटों की नई श्रृंखला भी जारी करेगी. सरकार ने मंगलवार को कालेधन, जाली मुद्रा तथा आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ उपाय के तहत 500 और 1,000 का नोट बंद करने की घोषणा की. इनके स्थान पर 500 और 2,000 के नए नोट जारी किए गए हैं. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास ने यहां आर्थिक संपादकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ महीने में नए फीचर्स के साथ 1,000 का नया नोट बाजार में आएगा.
कम मूल्य के 100 और 50 रुपये के नोट वैध बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऐसे नोटों की नई श्रृंखला जारी करेगा. ये नए डिजाइन तथा अतिरिक्त सुरक्षा खूबियों वाले होंगे. रिजर्व बैंक समय-समय पर करेंसी नोटों की नई श्रृंखला नए डिजाइन और अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स के साथ जारी करता रहता है. 500 और 1,000 का नोट बंद होने के बाद बैंकों ने आज 500 और 2,000 के नए नोटों का वितरण शुरू किया
2.5 लाख रुपये से अधिक की जमाओं का हिसाब नहीं मिला तो 200% जुर्माना
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा किढाई लाख रुपये तक बैंकों में जमा करने वालाें से कोई पूछताछ नहीं होगी. सरकार ने आगाह किया कि बड़े नोटों का चलन बंद करने के बाद उन्हें जमा कराने की 50 दिन की छूट की अवधि में 2.5 लाख रुपये से अधिक की नकद जमा के मामलों में यदि आय घोषणा में विसंगति पायी गयी तो कर और 200 प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ सकता है. राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने ट्वीटर पर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘10 नवंबर से 30 दिसंबर 2016 की अवधि में हर बैंक खाते में 2.5 लाख रुपये की सीमा से अधिक की सभी नकदी जमाओं की रपट हमें मिलेगी.’अधिया ने कहा, ‘आयकर विभाग इन जमाओं का मिलान जमाकर्ता के आयकर रिटर्न से करें. उचित कार्रवाई की जा सकती है.’
खाताधारक द्वारा घोषित आय और जमाओं में किसी तरह की विसंगति को कर-चोरी का मामला माना जाएगा. अधिया ने कहा कि उन छोटे कारोबारियों, गृहिणियों, कलाकारों व कामगारों को चिंतित होने कीजरूरत नहीं है जिन्होंने कुछ नकदी बचाकर घर में रखी हुई है.
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