नयी दिल्ली: सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने गैर सब्सिडीशुदा रसाईं गैस का दाम प्रति सिलेंडर 107 रुपये घटा दिया है पर डीजल के दाम में आज 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी है.
हालांकि पेट्रोल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. मूल्यों में यह वृद्धि मध्यरात्रि से प्रभावी होगी और इस पर स्थानीय बिक्री कर या वैट अलग से लगेगा. अंतरराष्ट्रीय मूल्यों में कमी के कारण गैर-सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर (एलपीजी) के दाम में 107 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती की गयी. ग्राहकों को एक साल में सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर का कोटा खत्म होने के बाद बाजार दर पर सिलेंडर लेना होता है.
दिल्ली में डीजल का दाम कर सहित 57 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 54.91 रुपये प्रति लीटर हो गया है जबकि मुंबई में यह मौजूदा 62.60 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 63.23 रुपये हो गया है.
यह कदम पिछले साल जनवरी में सरकार के उस फैसले के अनुरुप है जिसमें डीजल के दाम में हर महीने तबतक 50 पैसे तक प्रति लीटर बढ़ाने का निर्णय किया गया था, जब तक ईंधन पर होने वाला नुकसान खत्म नहीं हो जाता और यह बाजार भाव के स्तर नहीं आ जाता.
दाम बढ़ाये जाने की घोषणा करते हुए इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने कहा कि पिछले जनवरी से यह 13वां मौका है जब डीजल के दाम बढ़ाये गये हैं. इसके बावजूद तेल कंपनियों को डीजल बिक्री पर 9.24 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है.अधिकारियों ने कहा कि पेट्रोल की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह दिल्ली में मौजूदा भाव 72.43 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा.बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलो का रसोई गैस सिलेंडर का दाम घटा दिया गया है. इसके तहत दिल्ली में इसका दाम अब 1,134 रुपये होगा जो पहले 1,241 रुपये था.
उल्लेखनीय है कि साल की शुरुआत में गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी की दरों में 220 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गयी थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दाम नरम होने पर इसकी कीमत घटायी गयी है. आईओसी ने कहा कि 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर पर नुकसान 762.50 रुपये से घटकर 656 रुपये पर आ गया है. इससे पहले, चार जनवरी को डीजल का दाम 50 पैसे बढ़ाया गया था.
पिछले साल जनवरी से अबतक डीजल के दाम में कुल मिलाकर 7.76 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की जा चुकी है. आईओसी ने बयान में कहा, ‘‘मौजूदा वृद्धि के बाद भी कंपनियों को खुदरा डीजल बिक्री पर 7.40 रुपये प्रति लीटर का नुकसान होगा.’’ डीजल के अलावा आईओसी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये केरोसीन की बिक्री पर 35.76 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है.
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