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राहुल ने सिलिंडर मांगा मंत्री बोले, जी हुजूर

* राहुल को कमान मिलते ही दिखने लगा रंग नयी दिल्ली : आगामी लोकसभा में कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान सौंपने जाने के बाद राहुल गांधी ने पार्टी और सरकार को आम आदमी को चेहरा बनाने की कवायद शुरू कर दी है. शुक्रवार को एआइसीसी के सम्मेलन बैठक में उनके भाषण के करीब एक […]

* राहुल को कमान मिलते ही दिखने लगा रंग

नयी दिल्ली : आगामी लोकसभा में कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान सौंपने जाने के बाद राहुल गांधी ने पार्टी और सरकार को आम आदमी को चेहरा बनाने की कवायद शुरू कर दी है. शुक्रवार को एआइसीसी के सम्मेलन बैठक में उनके भाषण के करीब एक घंटे के अंदर ही सरकार ने सब्सिडीवाले एलपीजी सिलिंडरों की संख्या सालाना नौ से बढ़ा कर 12 करने की बात कही.

अप्रैल-मई में होनेवाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से यह अहम तोहफा होगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री से साल में 12 रियायती सिलिंडर देने की मांग की थी. देश भर से आये हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की तालियों के बीच उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जी, नौ सिलिंडरों से काम नहीं चलेगा, हमें 12 सिलिंडर चाहिए. कोटा बढ़ाइए. इसके एक घंटे के अंदर ही पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने एलान किया कि यह मुद्दा कैबिनेट में जायेगा और इसे क्रियान्वित करने के लिए फैसला किया जायेगा.

बताया जा रहा है कि इस फैसले से सरकारी खजाने पर साल में 3300 से 3500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. जब मोइली से पूछा गया कि यह खर्च कौन उठायेगा, तो वह बोले, इसे हम पर छोड़ दीजिए. हम देख लेंगे. दो हफ्ते पहले ही वीरप्पा मोइली ने कहा था कि सब्सिडीवाले सिलिंडरों की संख्या बढ़ाये जाने संबंधी कोई प्रस्ताव नहीं है, हालांकि कई कांग्रेस नेताओं और मुख्यमंत्रियों ने यह मांग की थी.

मोइली ने इस सप्ताह कहा था कि 15 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में 89.2 प्रतिशत साल में नौ सिलिंडर तक का इस्तेमाल करते हैं. सिर्फ 10 प्रतिशत को गैर सब्सिडीवाले सिलिंडर खरीदना पड़ता है. यदि यह कोटा 12 कर दिया जाये, तो 97 प्रतिशत उपभोक्ता सब्सिडीवाले सिलिंडर के दायरे में आ जायेंगे.कई नेताओं का कहना था कि हालिया चुनावों में सिलिंडरों की कम संख्या का नुकसान पार्टी को झेलना पड़ा है.

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