बेंगलुरु :देश की दूसरे सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत मुनाफा 31 मार्च 2016 को समाप्त तिमाही के दौरान 16.2 प्रतिशत बढकर 3,597 करोड रपए हो गया.इन्फोसिस ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि कंपनी को 2014-15 की जनवरी-मार्च की तिमाही में 3,097 करोड रपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था.कंपनी ने कहा कि मार्च की तिमाही में बेंगलुर की कंपनी की आय 23.4 प्रतिशत बढकर 16,550 करोड रपए हो गई जो 2014-15 की इसी तिमाही के दौरान 13,411 करोड रपए थी.
तिमाही आधार पर इन्फोसिस का शुद्ध मुनाफा 3.8 प्रतिशत बढा जो अक्तूबर-दिसंबर में 3,465 करोड़ रुपये था. इधर आय 2014-15 की अक्तूबर-दिसंबर की तिमाही में दर्ज 15,902 करोड रपए के मुकाबले 4.1 प्रतिशत अधिक रही.
इन्फोसिस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी विशाल सिक्का ने कहा, ‘‘इस साल हमने देखा कि अपने ग्राहकों को स्वचालन और नवोन्मेष की रणनीति प्रदान करने से ग्राहकों के साथ संबंध विस्तार का नतीजा बडे सौदे और ऐसी परियोजनाओं के प्राप्त होने के तौर पर दिखने लगा है जिनमें हमने पहले कभी भागीदारी नहीं की थी
डॉलर के लिहाज से इन्फोसिस का शुद्ध मुनाफा मार्च 2016 की तिमाही में सात प्रतिशत बढकर 53.3 करोड डालर हो गया जो सालभर पहले की अवधि में 49.8 करोड डालर था। इधर आय 13.3 प्रतिशत बढकर 2.44 अरब डालर रही जो पिछले साल की इसी अवधि में 2.15 अरब डालर थी.वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान मुनाफा 1.9 प्रतिशत बढकर 2.05 अरब डालर रहा जबकि आय 9.1 प्रतिशत बढकर 9.5 अरब डालर रही.
इन्फोसिस ने अनुमान जाहिर किया कि स्थिर विनिमय दर पर 2016-17 के लिए आय 11.5-13.5 प्रतिशत बढेगी जबकि अमेरिकी डालर के लिहाज से इसमें 11.8-13.8 प्रतिशत बढोतरी होगी। यह अनुमान उद्योग संगठन नासकॉम की चालू वित्त वर्ष के लिए 10-12 प्रतिशत की उम्मीद के अनुरुप है.कंपनी ने कहा कि उसने मोहित जोशी, रवि कुमार एस और संदीप डडलानी को तुरंत प्रभाव से अपना अध्यक्ष नियुक्त किया है.
मार्च 2016 तक नकदी और नकदी जैसी परिसंपत्तियां, बिक्री के लिए उपलब्ध वित्तीय परिसंपत्ति, जमा प्रमाणपत्र और सरकारी बांड का स्तर 34,468 करोड रपये रहा.इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी एम डी रंगनाथन ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान हमारी वृद्धि का दायरा बेहतर हुआ है और हमने वाह्य कारोबारी माहौल अच्छी तरह परिचालन किया. हम निरंतर मुनाफे वाली वृद्धि के लिए परिचालन संबंधी दक्षता बढाने पर ध्यान केंद्रित रखेंगे.’ उन्होंने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान नकदी सृजन मजबूत रहा और इन्फोसिस ने उतार-चढाव वाली मुद्रा के माहौल का प्रबंधन प्रभावी तरीके से किया.
इन्फोसिस ने कहा कि जनवरी-मार्च 2016 के दौरान तिमाही आधार पर कंपनी से कर्मचारियों के छोडकर जाने की दर 17.3 प्रतिशत घटी.मार्च की तिमाही तक इन्फोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या बढकर 1,94,044 रही जो पिछले साल की इसी अवधि में 1,76,187 थी.मार्च की तिमाही में कुल 661 नए कर्मचारी जुडे़. इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने मार्च 2016 में समाप्त वित्त वर्ष के लए 14.25 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की घोषणा की.
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