नयी दिल्ली: भारतवंशियों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए केंद्रीय मंत्रियों ने आज कहा कि सरकार का उद्देश्य देश में सतत विकास बनाये रखना और वैश्विक चुनौतियों से निपटना है.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने आज यहां 12वें प्रवासी भारतीय दिवस के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आपको भारत पर भरोसा करना होगा. हमार देश करोड़ों लोगों को अवसर देने वाला देश है. आइए और मिलकर काम कीजिए.’’ उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता विकास को सतत बनाये रखना और घरेलू तथा वैश्विक चुनौतियों से निपटना है. हमने ऐसी प्रणाली विकसित करने का प्रयास किया है जिससे भारत में निवेश के लिहाज से विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया जा सके.
नये भारत के विकास में भारतवंशियों की सहभागिता को अहम बताते हुए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने कहा कि देश में विकास की चुनौती नहीं बल्कि समावेशी विकास की चुनौती है जहां समाज के सभी तबकों तक विकास का लाभ पहुंचना चाहिए. बिना समावेशी विकास के भारत आगे नहीं बढ़ सकेगा. शर्मा ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार खुदरा और नागरिक उड्डयन जैसे अनेक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के नियमों में लचीलापन लायी है.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने जीडीपी में उत्पादन क्षेत्र का योगदान बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय उत्पादन नीति की घोषणा की है. राष्ट्रीय निवेश और उत्पादन क्षेत्रों की योजना बनाई गयी है. अलग अलग राज्यों में ऐसे 14 क्षेत्रों को मंजूरी मिल गयी है.’’ शर्मा ने विकास दर का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हम फिर से उच्च विकास दर की ओर लौटेंगे. हमारी प्राथमिकता उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनना है.’’ एफडीआई के संबंध में उन्होंने भारतीवंशियों से कहा कि सरकार सुधारों के लिए और कदम उठाने को प्रतिबद्ध है.
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