नयी दिल्ली: उद्योग मंडल एसोचैम ने सरकार से आगामी बजट में व्यक्तिगत आयकर छूट की सीमा को 2.5 लाख रुपये से बढाकर 4 लाख रुपये करने की मांग की है. उद्योग मंडल ने आम आदमी सर्वेक्षण का हवाला देते हुए बचत पर अतिरिक्त प्रोत्साहन की भी मांग की है. साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च के लिए कर पर और ऊंची दर से कर छूट दिये जाने की मांग की है.
एसोचैम ने कहा कि इस सर्वेक्षण में 87 प्रतिशत लोगों की राय थी कि वित्त मंत्री को बजट 2016-17 में व्यक्तिगत आयकर छूट की सीमा को 2.5 लाख रुपये से बढाकर 4 लाख रुपये करना चाहिए. उद्योग मंडल ने अपने बजट पूर्व ज्ञापन में भी व्यक्तिगत आयकर छूट की सीमा को बढाकर 4 लाख रुपये करने का सुझाव दिया है.
उद्योग मंडल ने कहा कि जीवनयापन का खर्च बढने की वजह से कर छूट की सीमा में बढोतरी जरूरी है. विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य तथा परिवहन क्षेत्र पर खर्च बढा है. इसके अलावा एसोचैम ने कहा कि कर्मचारी या उनके परिवार के सदस्यों के चिकित्सा खर्च पर नियोक्ता द्वारा किए गए 15,000 रुपये की वापसी या रिइम्बर्समेंट पर कर छूट मिलती है. सर्वेक्षण में शामिल 88 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि इसकी सीमा बढाकर 50,000 रुपये की जाए, क्योंकि यह सीमा 18 साल पहले 1998 में तय की गयी थी.
इसी तरह मेडिकल बीमा प्रीमियम भुगतान के लिए 15,000 रुपये की कटौती की सीमा 2008 में तय की गई थी. अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाने के लिए इस सीमा को बढाकर 50,000 रुपये किया जाना चाहिए. यह सर्वेक्षण दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे, चंडीगढ और देहरादून आदि शहरों में किया गया. सर्वेक्षण में विभिन्न क्षेत्रों के 500 कर्मचारियों की राय ली गयी.
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