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वैश्विक उठा-पटक के दौर में 7.6% वृद्धि उल्लेखनीय उपलब्धि : वित्त मंत्रालय

नयी दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष के लिए 7.6 प्रतिशत वृद्धि’ दर के अनुमान को ‘उल्लेखनीय और बेहद महत्वपूर्ण’ करार देते हुए आज कहा कि सरकार हालात पर बराबर निगाह रखे हुए है और वह चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यहां संवाददाताओं से […]

नयी दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष के लिए 7.6 प्रतिशत वृद्धि’ दर के अनुमान को ‘उल्लेखनीय और बेहद महत्वपूर्ण’ करार देते हुए आज कहा कि सरकार हालात पर बराबर निगाह रखे हुए है और वह चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘इस समय वैश्विक अर्थव्यवस्था में उठा-पटक और उतार-चढाव के जो हालात बने हुए हैं उसमें चालू वित्त वर्ष में 7.6 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान निश्चित तौर पर उल्लेखनीय और बहुत महत्वपूर्ण है.’

उन्होंने कहा कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा 2015-16 के लिए 7.6 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि का अनुमान इस बात का परिचायक है कि भारत वृद्धि की राह पर टिका हुआ है और यह मौजूदा परिस्थितियों में मजबूत कहा जा सकता है.दास ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया के शेयर और विदेशी विनिमय बाजारों में उथल पुथल मची हुई है. भारत इससे अछूता नहीं है. उन्होंने कहा कि ‘हर रोज दुनिया के किसी न किसी हिस्से में एक नई समस्या खडी हो रही है.’

उन्होंने कहा कि अनिश्चतता अब कोई नई बात नहीं बल्कि दैनिक जीवन का हिस्सा बन गयी है. ‘सरकार वैश्विक हालात पर बराबर निगाह रखे हुए है और इन सभी चुनौतियों का सामना करने को तैयार है.’ गौर तलब है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने वैश्विक वृद्धि दर का अनुमान 3.6 प्रतिशत से घटा कर 3.4 प्रतिशत कर दिया है पर उसने भारत के 7.3 प्रतिशत वृद्धि के अपने पहले के अनुमान को बरकार रखा है.

दास ने कहा कि दो साल से सूखे के कारण घरेलू कृषि क्षेत्र के समाने खासी चुनौती है. सरकार खास कर खाद्य फसलों के उत्पादन के संबंध में आवश्यक उपाय कर रही है. उन्होंने कहा, ‘पिछले चार साल से वर्षा कम हो रही है और इससे कृषि उत्पादन कम हुआ है. मिट्टी में नमी पर बुरा असर पड रहा है. यह चिंता का विषय है. सरकार इससे निपटने में लगी है. सरकार इसका ध्यान रखेगी कि अगला मानसून कैसा जाता है. ‘ दास ने कहा विनिर्माण और औद्योगिक क्षेत्र के उत्पादन में पिछले चार साल से लगातार सुधार हो रहा है. उन्होंने जीडीपी वृद्धि के बारे में सीएसओ के ताजा अनुमान को संतोषजनक बताया. आर्थिक मामलों के सचिव दास ने कहा कि सीएसओ ने चालू वित्त वर्ष में औद्योगिक वृद्धि 7.3 प्रतिशत और विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. सेवा क्षेत्र कई वर्ष से काफी मजबूत चल रहा है और इसकी वृद्धि 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है. विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 2012-13 में छह प्रतिशत, 2013-14 में 5.6 प्रतिशत और 2014-15 में 5.5 प्रतिशत थी. उन्होंने कहा कि यद्यपि विनिर्माण क्षेत्र में सुधार के स्पष्ट संकेत दिख रहे हैं पर कृषि क्षेत्र चिंता का विषय बना हुआ है. सीएसओ ने चालू वित्त वर्ष में कृषि वृद्धि दर 1.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है जबकि पिछले साल कृषि उत्पादन 0.2 प्रतिशत गिरा था. कृषि क्षेत्र में दो हिस्से हैं. एक फसल का और दूसरा गैर-फसली हिस्सा. फसल के मामले में उत्पादन गिरा है पर गैर फसल क्षेत्र का उत्पादन 5 प्रतिशत बढा है. दास ने कहा कि कृषि के गैर फसल खंड की वृद्धि ग्रामीण आजीविका की दृष्टि से अच्छी है पर कुल मिला कर कृषि क्षेत्र चिंता का विषय है.

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