बेंगलूर (हैदराबाद): वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने आज कहा कि सेवा कर स्वैच्छिक अनुपालन प्रोत्साहन योजना (वीसीईएस) जीवन में एक बार मिलने वाला मौका है क्योंकि इस तरह की पेशकश अगले 20 साल में फिर आने की संभावना नहीं है.
इसके साथ ही उन्होंने कर चोरी करने वालों को आगाह किया है कि अंतत: उन्हें पहचान कर, उन तक पहुंचा जाएगा. उन्होंने कहा, उल्टी गिनती शुरु हो गई है और अंतिम तारीख 31 दिसंबर है. सरकार ने उचित व उदार पेशकश की है, ऐसी पेशकश जो कम से कम अगले कुछ दशक में तो आपको फिर मिलने की संभावना नहीं है. इसलिए यह सभी के हित में हैं कि वे इस पेशकश का लाभ उठाएं. वीसीईएस की शुरआत 10 मई को हुई थी. इसके तहत एक अक्तूबर 2007 से 31 दिसंबर 2012 की अवधि के सेवा कर बकाया का भुगतान बिना ब्याज व जुर्माने के किया जा सकता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.