नयी दिल्ली : स्पेक्ट्रम नीलामी के चौथे दिन आज दूरसंचार कंपनियों की कुल बोलियां बढकर 86,000 करोड रुपये तक जा पहुंची और इसके साथ ही यह राशि सरकार के 2जी एवं 3जी नीलामी के न्यूनतम लक्ष्य 82,000 करोड रुपये की सीमा को पार कर गयी. नीलामी सोमवार को फिर शुरु होगी क्योंकि अब भी कुछ स्पेक्ट्रमों की बिक्री नहीं हुयी है. अगर बोलियां लगाने की यह गति बनी रहती है तो सरकार को स्पेक्ट्रम की बिक्री से एक लाख करोड रुपये से अधिक की राशि मिल सकती है.
दूरसंचार विभाग ने बताया कि सभी बैंड के लिए बोलियां लगायी जा रही हैं. इस समय बोलीदाताओं ने अस्थायी आधार पर विजित स्पेक्ट्रम के संबंध में लगभग 86,000 करोड रपये की प्रतिबद्धता जताई है. बोली सोमवार को फिर शुरू होगी. चार दिनों में अब तक कुल 24 दौर की बोलियां लग चुकी हैं. कल तक 17 चरण की समाप्ति के बाद कुल बोली 77,000 करोड रुपये की थी. सरकार एक अदालती आदेश के कारण नीलामी के नतीजों की घोषणा नहीं करेगी.
भारती एयरटेल और वोडाफोन अपने स्पेक्ट्रम को बचाने के लिये रिलायंस जियो के साथ आक्रामक बोली प्रतिस्पर्धा में हैं. दुनिया के दूसरे सबसे बडे स्मार्टफोन बाजार में अपने स्पेक्ट्रम को बचाने के लिये आठ कंपनियों के साथ ये कंपनियां बोली में भाग ले रहीं हैं.सरकार 2जी और 3जी स्पेक्ट्रम की इस सबसे बडी नीलामी में चार बैंड -2100 मेगाहट्र्ज, 1,800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज और 800 मेगाहट्र्ज- में बिक्री कर ही है. अभी जिस स्पेक्ट्रम की नीलामी की जा रही है उसमें से अधिकतर एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेल्यूलर एवं रिलायंस टेलीकाम की है. उनके लाइसेंस 2015.16 में समाप्त हो रहे हैं.
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