चंडीगढ : बहुचर्चित समन्वित टाउनशिप परियोजना ‘प्राइड एशिया’ ठंडे बस्ते में चली गयी है. इस परियोजना का विकास चंडीगढ आवास बोर्ड के साथ मिलकर रीयल्टी कंपनी पार्श्वनाथ डेवलपर्स को करना था. जहां चडीगढ आवास बोर्ड ने मध्यस्थ निर्णय के मुताबिक धन वापस करने पर सहमति जतायी वहीं कंपनी ने जमीन लौटाने को राजी हो गयी.
चंडीगढ आवास बोर्ड (सीएचबी) के कार्यवाहक चेयरमैन विवेक प्रताप सिंह ने आज यहां कहा, ‘हम प्राइड एशिया परियोजना से अलग होने पर सहमत हुए हैं.’ उन्होंने कहा कि मध्यस्थ निर्णय के तहत हमने न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) आर वी रवीन्द्रन के आदेश के मुताबिक 567 करोड रुपये पार्श्वनाथ को दे दिये हैं जबकि रीयल्टी कंपनी ने 123 एकड जमीन हमें लौटा दी है.
पार्श्वनाथ डेवलपर्स के चेयरमैन प्रदीप जैन समेत दोनों पक्षों के बीच बैठक के बाद यह निर्णय किया गया. सिंह ने सूचित किया कि न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) आर वी रवीन्द्रन ने इस साल जनवरी में मामले का निपटान किया जिसमें 567 करोड रुपये पार्श्वनाथ को देने तथा कंपनी द्वारा जमीन सीएचबी को सौंपे जाने का फैसला किया गया.
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