ग्रेटर नोएडा: प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के नियमों को उदार बनाने तथा बड़ी परियोजनाओं को गति देने के लिये प्रणाली स्थापित किये जाने के साथ वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि भारत के निवेश की कहानी अब शुरु हो रही है.
एडीबी की सालाना बैठक के कारोबारी सत्र को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा कि कई परियोजनाएं ईंधन आपूर्ति, पर्यावरण मंजूरी, वन मंजूरी तथा जमीन अधिग्रहण की समस्या के कारण अटकी पड़ी थी. इन समस्याओं को दूर करने तथा परियोजनाओं को गति देने के लिये निवेश पर मंत्रिमंडल की समिति (सीसीआई) गठित की गयी है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने बहु-ब्रांड खुदरा, बिजली एक्सचेंज, विमानन तथा प्रसारण जैसे क्षेत्रों में एफडीआई की मंजूरी दी है..जैसा कि मैं कहता रहा हूं कि भारत में निवेश की कहानी अब शुरु हुई है.’’निवेश पर मंत्रिमंडल की समिति ने कई बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इसमें तेल एवं प्राकृतिक गैस से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं. ये परियोजनाएं विभिन्न नियामकीय मंजूरी के कारण अटकी पड़ी थी.
एडीबी निदेशक मंडल के चेयरमैन की भी जिम्मेदारी संभाल रहे चिदंबरम ने कहा कि सरकार वृहत आर्थिक स्थिरता बनाये रखने के साथ समावेशी वृद्धि को गति देने के लिये प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, ‘‘हम राजकोषीय मजबती के लिये दृढ़संकल्प हैं. यह प्रोत्साहन पैकेज (वैश्विक नरमी के बाद दिया गया पैकेज) के कारण हुए रिसाव की स्थिति को पलटेगा.’’
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