ऐसे कई कैरियर हैं, जो इस वर्ष अपने पूरे शबाब पर रहेंगे और युवाओं को आकर्षित भी करेंगे. ये कैरियर अलग-अलग सेक्टर्स से संबंधित हैं. आइए जानें इ-कॉमर्स से लेकर मैनेजमेंट और फिजीशियन असिस्टेंट के कैरियर्स के बारे में..
इकॉमर्स, इस समय के सबसे तेजी से उभरनेवाले सेक्टरों में सबसे खास है. नया सेक्टर होने के कारण यहां हर तरह के पदों पर काम करने का मौका मिलेगा. पिछले दिनों आये इ-टेलिंग इंडिया के एक सर्वे की मानें, तो 2015 में करीब दो लाख इ-कॉमर्स पेशेवरों की जरूरत पड़ेगी.
आज इ-कॉमर्स के क्षेत्र में तकनीकी और गैर-तकनीकी, तमाम तरह के युवाओं के लिए जॉब्स के नये विकल्प सामने आ रहे हैं. अमेजन और इबे की तरह फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, होमशॉप 18 जैसे दूसरे इंडियन स्टार्टअप्स अब सालाना करोड़ों रुपये का बिजनेस कर रहे हैं.
जानें कोर्स के बारे में
इ-बिजनेस की पढ़ाई सबसे ज्यादा बिजनेस स्टडीज विषय के अंतर्गत करायी जाती है. फिर चाहे आप इसे स्नातक या परास्नातक स्तर पर करें. यूजी और पीजी स्तर पर बिजनेस स्टडीज से जुड़े कोर्स करने के दौरान इस क्षेत्र से संबंधित क्षमताओं का विकास होता है. अगर आप स्नातक कर चुके हैं, तो मास्टर्स डिग्री इ-बिजनेस में लेने से इस क्षेत्र के विशेषज्ञ बन जाते हैं.
खास स्किल्स को करें विकसित
इ-कॉमर्स में कैरियर बनाने के लिए सबसे पहली क्वालिटी रचनात्मकता है. इसके बाद विेषणात्मक दिमाग और सोच की जरूरत पड़ती है. फिर एंटरप्रेन्योरल होने की आवश्यकता होती है. इस सेक्टर में नौकरी पाने के लिए टेलीफोन एटिकेट्स का पता होना आवश्यक है.
कहां मिलेगी नौकरी
यह सेक्टर नया है, इसलिए सभी स्तरों पर प्रतिभाशाली लोगों की आवश्यकता होगी. इस क्षेत्र में मुख्यत: कुछ चीजों पर गौर जरूर किया जाता है. जैसे- साइबर स्ट्रैटेजिक प्लानिंग, उपभोक्ताओं से संबंधित क्षेत्र आदि. इ-कॉमर्स में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर दोनों में नौकरी की भरमार होती है. इसमें सबसे पहले जिन सेक्टर्स की बात की जाती है, वे हैं – इ-गवर्नमेंट और इ-गवर्नेस, इ-एजुकेशन, इ-मार्केटिंग और सर्विसेस, टेलीकम्युनिकेशंस. इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा जॉब मार्केट मार्केटिंग क्षेत्र का है. यह एक्सप्लो करने के लिए विविधताओं से पूर्ण क्षेत्र है.
कैसे होते हैं पद
इ-कॉमर्स के क्षेत्र में कई तरह की नौकरियां हैं. यहां पर काम करनेवाले मैनेजमेंट से संबंधित लोगों को अधिकतर इ-कॉमर्स मैनेजर का पद दिया जाता है. वहीं टेक्निकल क्षेत्र के लोगों को आइटी मैनेजर का नाम दिया जाता है. इसके अलावा इंटरनेट सेक्शन को चलानेवालों को हेड ऑफ डिजिटल भी कहा जाता है. इसके अतिरिक्त सीनियर इ-कॉमर्स मैनजर, इ-कॉमर्स असिस्टेंट मैनेजर, ट्रेड मर्केडाइल, इ-कॉमर्स डेवलपमेंट मैनेजर, इ-कॉमर्स रीटेंशन मैनजर आदि पद होते हैं.
दिन पर दिन नयी और अच्छी कंपनियों की संख्या देश में बढ़ती जा रही है. यही कारण है कि अब ये कंपनियां विशेष समस्याओं और चुनौतियों के लिए अपने ऑफिस में विशेषज्ञ नियुक्त करने के बजाय बाहरी मदद लेना ज्यादा पसंद करती हैं. इसलिए ऐसे कंसल्टेंट की मांग बढ़ने लगी है. ये लोग विभिन्न कंपनियों की समस्याओं को आसानी और अच्छे से सुलझा लेते हैं. इसलिए मैनेजमेंट कंसल्टेंट की मांग काफी बढ़ने लगी है. इसमें खुद का काम भी शुरू किया जा सकता है. यानी योग्य युवा इस क्षेत्र में एंटरप्रेन्योर का भी काम कर सकते हैं. या फिर घर से काम कर सकते हैं. घर से काम करते हुए देश ही नहीं विदेश में भी अपने क्लाइंट्स बनाये जा सकते हैं.
फिजीशियन असिस्टेंट हैं जरूरी
बढ़ती मेडिकल समस्याओं का ही नतीजा है कि आज डॉक्टरों की मांग बढ़ती जा रही है. पर मांग के अनुसार पूर्ति में कमी भी साफ नजर आती है. इस गैप को भरने का काम करते हैं फिजीशियन असिस्टेंट. इस क्षेत्र में वे युवा रुख कर सकते हैं, जो पूरी मेडिकल डिग्री नहीं लेना चाहते हैं, पर उन्हें मेडिसिन के क्षेत्र में काम करना पसंद है. वे फिजीशियन असिस्टेंट के रूप में अपने कैरियर की ओर रुख कर सकते हैं. इन्हें कई तरह के हेल्थ टेस्ट, फाइल रिपोर्ट और अन्य रूटीन काम करने होते हैं. विदेश में कई जगह ऐसी हैं, जहां फिजीशियन असिस्टेंट को मेडिसिन प्रिसक्राइब करने के अधिकार हैं.
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