नयी दिल्लीः योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने चालू वित्त वर्ष के लिये सरकार के 6.1 से लेकर 6.7 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि के अनुमान पर कायम रहते हुये रिजर्व बैंक द्वारा वर्ष के लिये 5.7 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान को ‘‘निराशावादी’’ बताया है.
रिजर्व बैंक की आज जारी वार्षिक मौद्रिक नीति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मोंटेक ने कहा ‘‘यह साफ है कि सरकार के मुकाबले रिजर्व बैंक ज्यादा निराशावादी है. मेरा मानना है कि मौजूदा स्थिति में सरकार का अनुमान अधिक व्यावहारिक है. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हम बड़ी परियोजनाओं में कितने प्रभावी ढंग से निवेश गतिविधियां बढ़ा सकते हैं.’’ रिजर्व बैंक ने वर्ष 2013.14 की मौद्रिक नीति में अल्पकालिक नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर दी है. इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर को 5.7 प्रतिशत रखा है, जबकि वित्त मंत्रालय ने इसके लिये 6.1 से 6.7 प्रतिशत तक का अनुमान व्यक्त किया है.
मोंटेक ने कहा ‘‘मुझे नहीं पता कि रिजर्व बैंक क्या सोचता है. हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अगले कुछ सप्ताह में हम देखेंगे कि कई अड़चनों को दूर कर लिया गया है.’’ उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि 6 प्रतिशत से अधिक रहेगी.
रेपो दर में 0.25 प्रतिशत कटौती के रिजर्व बैंक के फैसले पर उन्होंने कहा ‘‘मैं इसका स्वागत करता हूं. रिजर्व बैंक ने इसका स्पष्ट संकेत दिया है कि मौद्रिक स्तर पर नीतिगत गुंजाइश बढ़ी है. वह कदम उठा रहे हैं जिससे कि आर्थिक सुधार की गति को आवश्यक समर्थन मिलेगा.’’ अहलूवालिया ने माना कि अर्थव्यवस्था के समक्ष कई जोखिम हैं. लेकिन उन्होंने कहा ‘‘बुनियादी बात यह है कि इन सभी मुद्दों पर गौर करते हुये रिजर्व बैंक अधिक सकारात्मक मौद्रिक नीति की दिशा में आगे बढ़ रहा है.’’
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