नयी दिल्ली : महाराष्ट्र व हरियाणा में 15 अक्तूबर को विधानसभा चुनावों के बाद डीजल के दाम में 2.50 रुपये और पेट्रोल के दाम में करीब एक रुपये लीटर की कटौती हो सकती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम इस समय 27 माह के निम्न स्तर पर हैं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल का दाम बुधवार को 1.35 डॉलर घट कर 90.76 डॉलर प्रति बैरल रह गया. जून 2012 के बाद यह इसका सबसे न्यूनतम स्तर है. इस साल अब तक कच्चे तेल के दाम 18 प्रतिशत घट चुके हैं. औसतन 1.90 रुपये प्रति लीटर का फायदा हो रहा है.
डीजल की बिक्री पर मुनाफा बढकर 1.90 रुपये प्रति लीटर हो गया है. आधिकारिक बयान के अनुसार कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में नरमी के बीच डीजल की बिक्री पर ओवर रिकवरी (मुनाफा) बढकर 1.90 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है. सितंबर के दूसरे पखवाडे में डीजल की बिक्री पर मुनाफा 35 पैसे प्रति लीटर थी. इस मुनाफे का मतलब डीजल के कीमतों में कटौती की गुंजाइश है.
लेकिन पेट्रोलियम मंत्रालय ने पिछले महीने इंतजार करो की नीति अपनायी. डीजल बिक्री मुनाफे में और वृद्धि को देखते हुए अब वह दाम घटाना चाहता है ताकि ग्राहकों को फायदा मिल सके लेकिन इसके अधिकार के बारे में अनिश्चित है. सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय का मानना है कि उसे दाम घटाने का स्पष्ट अधिकार नहीं है क्योंकि जनवरी 2013 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हर महीने दाम 40-50 पैसे प्रति लीटर बढाने का फैसला किया था.
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