नयी दिल्ली: विदेशों में जमा काले धन का पता लगाने के प्रयासों के तहत भारत को पिछले वित्त वर्ष में कथित कर चोरी तथा संदिग्ध कोषों से जुडे 24,000 से अधिक मामलों में गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध कराई गयीं. इन मामलों की जांच अब कर विभाग कर रहा है. साथ ही काले धन पर गठित विशेष जांच दल की उन गोपीय सूचना के नतीजे पर नजरें टिक गयी है जो पिछले वित्त वर्ष 2013-14 में एक दर्जन से अधिक देशों से प्राप्त हुए हैं.
घरेलू क्षेत्र से जुडे विदेशी खातों तथा ब्योरों के बारे में ज्यादातर सूचनाएं न्यूजीलैंड, स्पेन, ब्रिटेन, स्वीडन तथा डेनमार्क से मिली हैं.देखे गए तथा वित्त मंत्रालय द्वारा एसआईटी को दिये गये आंकडों के अनुसार इस कार्य के लिये गठित मंत्रालय की विशेष इकाई को कुल 24,085 आंकडे मिले. सीबीडीटी के अंतर्गत आने वाली इस विशेष इकाई को यह सूचना के स्वत: आदान-प्रदान की व्यवस्था के जरिये मिली है.जिन अन्य देशों ने भारत के अनुरोध का जवाब दिया, उसमें आस्ट्रेलिया, मैक्सिको, इटली तथा त्रिनिदाद एवं टोबैको शामिल हैं.
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