मुंबई : बंबई शेयर बाजार में आज बिकवाली दबाव से संवेदी सूचकांक 322 अंक की पिछले चार महीने की सबसे बडी गिरावट के साथ बंद हुआ.इंफोसिस के शेयरों में 8 प्रतिशत की तीव्र गिरावट का असर सेंसेक्स पर दिखा.इसके अलावा मासिक वायदा अनुबंधों की समाप्ति से भी बाजार पर दबाव रहा.
बाजार के 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में कारोबार की शुरआत 24,523.13 अंक पर हुई और इसमें लगातार गिरावट का रख बना रहा और एक समय यह 24,206.50 अंक तक नीचे चला गया.कारोबार की समाप्ति पर यह 321.94 अंक यानी 1.31 अंक घटकर 24,234.15 अंक पर बंद हुआ.जनवरी के बाद किसी एक दिन में सूचकांक की यह सबसे बडी गिरावट है.
सूचकांक का बंद स्तर 21 मई के बाद का सबसे निम्न स्तर है जब यह 24,298.02 अंक पर बंद हुआ था.नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित निफ्टी सूचकांक आज 7,300 अंक के स्तर से नीचे आ गया.इसमें 94 अंक यानी 1.28 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 7,235.65 अंक पर बंद हुआ.कारोबार के दौरान यह 7,325.40 अंक और 7,224.40 अंक के बीच घटबढ में रहा.
इंफोसिस की अगुवाई में आज का दिन सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों के लिये खराब रहा.बैंगलूर मुख्यालय वाली इस कंपनी के शेयर आज 7.81 प्रतिशत घटकर 3,000 रुपये से नीचे आ गये.सितंबर 2013 के बाद पहली बार इनफोसिस के शेयर इस स्तर से नीचे आये हैं. इनफोसिस के निदेशक मंडल के सदस्य और अध्यक्ष बी.जी. श्रीनिवास के कंपनी से इस्तीफा देने से शेयरों में गिरावट रही.कंपनी के गैर-संस्थापक सदस्यों में से सीईओ पद के लिये उन्हें सबसे बडा दावेदार माना जा रहा था.
विप्रो का शेयर मूलय 2.63 प्रतिशत, एचसीएल टैक्ना. का शेयर भी ढाई प्रतिशत गिर गया.हालांकि, टीसीएस का शेयर मूल्य बढ गया.इसके अलावा मासिक वायदा अनुबंध सौदों के निपटान और वैश्विक बाजारों के मिले जुले रुख से भी बाजार में गिरावट रही.
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