नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक द्वारा सोने के आयात पर अंकुशों में ढील के बाद समीक्षाधीन सप्ताह में दिल्ली सर्राफ बाजार में स्टाकिस्टों की बिकवाली के चलते सोने के भाव 1220 रुपये की गिरावट के साथ 10 माह के निचले स्तर 28320 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गये.
वही औद्योगिक मांग बढ़ने से चांदी में साधारण तेजी दर्ज की गयी. रिजर्व बैक ने बैंकों के अलावा चुनिंदा ट्रेडिंग फर्मो को भी सोने के आयात की अनुमति दे दी. केंद्रीय बैंक के इस कदम के बाद स्टाकिस्टों की भारी बिकवालीसे सोने के दाम नीचे आ गये.
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक के इस कदम के बाद सोने की आपूर्ति बढेगी व घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में गिरावट आयेगी. रिजर्व बैंक द्वारा सोना आयात मानदंड में ढील देने की पहल के कारण घरेलू बाजार में सोने की आपूर्ति बढ़ने की संभावना है. इसके अलावा निवेशकों द्वारा कमजोर होते सर्राफा बाजार में धन निकाल कर बढ़ते शेयर बाजार मे लगाने तथा डालर के मुकाबले रुपये में मजबूति से सोने के आयात को सस्ता कर दिया. इससे सोने की कीमतों में गिरावट आई.
न्यूयार्क में सोने के भाव 0.1 प्रतिशत गिरकर 1291.90 डालर प्रति ओंस रहे. घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव क्रमश: 29580 रुपये और 29380 प्रति दस ग्राम मजबूत खुले. बाद में स्टाकिस्टों की भारी बिकवाली के चलते यह क्रमश: 28250 रुपये और 28050 रुपये तक लुढ़कने के बाद सप्ताहांत में 1220 रुपये की भारी गिरावट के साथ क्रमश: 28320 रुपये और 28120 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए. गिन्नी के भाव 100 रुपये टूट कर 24800 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुए.
वहीं चांदी तैयार के भाव 100 रुपये की तेजी के साथ 41500 रुपये किलो बंद हुए. जबकि सटोरियां लिवाली समर्थन नही मिलने से चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 40800 रुपये किलो बंद हुए. चादी सिक्का के भाव 1000 रुपये की गिरावट के साथ 78000:79000 रुपये प्रति सैकडा बंद हुए.
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